2017-04-15 16:24:00

संत पापा ने क्रूस मार्ग की यात्रा धर्मविधि का अनुष्ठान किया


 रोम, शनिवार, 15 अप्रैल 2017 (वीआर सेदोक) : संत पापा फ्राँसिस ने रोम के ऐतिहासिक स्मारक कोलोसेयुम में पवित्र शुक्रवार की रात्रि को क्रूस मार्ग यात्रा की धर्मविधि का अनुष्ठान किया।

इस वर्ष पवित्र क्रूस मार्ग के मुकामों पर चिन्तन रात्जिंगर पुरस्कार-विजेता ईश शास्त्री आन-मैरी पेल्लेटियर ने तैयार किया था। पारंपरिक रूप से लोकप्रिय भक्ति के आधार पर आन-मैरी पेल्लेटियर ने क्रूस मार्ग के 14 मुकामों पर मनन चिंतन में युद्ध,  प्रवासियों की समस्याओं, परिवार में बच्चों के साथ दुर्व्यवहार तथा महिलाओं की स्थिति को उजागार करते हुए विकसित किया था।

11वे मुकाम में उन्होंने येसु और उनकी माता पर चिंतन किया, जिसके तुरंत बाद क्रूस में येसु की मृत्यु होती है। उन्होंने लिखा,″ क्रूस के नीचे खड़ी माता मरियम ने येसु को अकेला नहीं छोड़ा : दुःखों से भरी माता। इस गहरे दुःख में भी माता मरियम को पूरा भरोसा था कि ईश्वर अपनी प्रतिज्ञा पूरी करते हैं और वह जानती थी कि येसु ही प्रतिज्ञा की पूर्णता हैं।″

क्रूस मार्ग के 14 मुकामों के अंत में  संत पापा ने निम्न प्रार्थनाएँ की :

हे ख्रीस्त, आपको अकेला छोड़ दिया गया और यहां तक कि आपको अपनों ने धोखा दिया और कम कीमत पर बेच दिया।

हे ख्रीस्त, आपको पापियों के बीच आंका गया और धर्म के नेताओं ने मरने के लिए सौंप दिया।

हे ख्रीस्त, आपको कांटो का ताज और  बैंगनी रंग का वस्त्र पहनाया गया और बुरी तरह से पीटा गया।

हे ख्रीस्त, भाले से आपके दिल को बेधा गया।

हे ख्रीस्त  जीवन और जगत के ईश्वर, आपको मरना और दफनाया जाना पड़ा।

हे ख्रीस्त हमारे मुक्तिदाता,  अपने दिलों में आशा लिए और शर्म से अपना सिर झुकाये इस वर्ष भी आपके समक्ष आते हैं।

तबाही के सभी छवियों के लिए हम शर्मींदा हैं जहाज़ की दुर्घटनाएँ और विनाश हमारे जीवन में आम हो गए हैं।

उन निर्दोष हत्याओं के लिए हम शर्मींदा है जिन्हें आप में विश्वास करने के कारण सताया जाता है। महिलाओं, बच्चों, आप्रवासियों और कुछ लोगों को उनकी त्वचा के रंग की वजह से प्रताड़ित किया जाता है।

हम शर्मींदा हैं क्योंकि हमने अक्सर यूदस और पेत्रुस के समान आपको धोखा दिया,  आपको बेच दिया। अपनी जिम्मेदारियों को जानते हुए भी हमने आपको मरने के लिए अकेला छोड़ दिया।

हम शर्मींदा हैं क्योंकि हम अन्याय को देखते हुए भी चुपचाप रहे। दूसरों के हितों की परवाह किये बिना अपने स्वार्थ के लिए आवाज उठाई। दूसरों की सम्पति और हक पर अधिकार जमा बैठे।

हम शर्मींदा हैं क्योंकि हम धर्माध्यक्षों, पुरोहितों, धर्मसंघियों ने आपके शरीर रुपी कलीसिया को कलंकित और घायल किया है। हमने ‘पहले प्यार’ को भुला दिया है और अपने दिल के उत्साह, उपलब्धता और समर्पण को जंग लगने दिया है।

हे ख्रीस्त, हम अपने कर्मों के लिए शर्मींदा हैं पर हमें विश्वास और आशा है कि आप हमारे गुनाहों को माफ करते हुए हमें अपनी करुणा से भर देंगे। आपके प्रेम की विशालता को हमारा विश्वासघात कम न करे, तथा आपका विशाल हृदय हमारे दिल की कठोरता और हमारे कुकर्मों को भी भुला दे।

हमें आशा है कि हमारा नाम आपके हृदय में अंकित है और हम आपकी आँखों के तारे हैं।

हमें आशा है कि आपका क्रूस हमारे कठोर हृदय को परिवर्तित कर हमें प्रेम और क्षमाशील बनाये। आपका क्रूस इस रात के अंधकार को पुनरुथान के प्रकाश से प्रज्वलित कर दे। हमें आशा है कि आपका विश्वास  हमारे विश्वास पर आधारित नहीं है।

हमें आशा है कि आपके विश्वासी जो आपकी शिक्षा में चलते हुए, आटे में खमीर की भांति अपना काम जारी रखते हुए पीड़ित मानवता को नये क्षितिज के प्रकाश की ओर ले सकेंगे।

हमें आशा है कि आपकी कलीसिया संकट में पड़ी मानवता की आवाज बनने की कोशिश करेगी। जीवितों और मृतकों का न्याय करने के लिए महिमा में आपके लौट आने की तैयारी करेगी।

हमें आशा है कि अच्छाई की क्षणिक हार के बावजूद अच्छाई की ही विजय होगी।

हे प्रभु येसु ! ईश्वर के पुत्र, हमारे पापों के खातिर निर्दोष मेमने, आपके शाही बैनर तले, आपकी मृत्यु और महिमा के रहस्य के सामने हम सभी शर्म से सिर झुकाते हुए घुटने टेकते हैं और आपसे आग्रह करते हैं कि अपने छिदे हृदय से निकले लहू और जल द्वारा हमारे सभी पापों और गुनाहों को धो दीजिए।

हम आपसे याचना करते हैं कि हिंसा, युद्ध और उदासीनता के शिकार हमारे भाइयों को भी याद रखिए। हमारा स्वार्थ जो हमें कैद कर रखा है इस जंजीर को तोड़ने की कृपा हमें दीजिए।

हे ख्रीस्त! हमें सिखा कि हम आपके क्रूस को ढोने में कभी भी लज्जित न हों । इसे अपना फायदा उठाने के लिए नहीं बल्कि सम्मान और पूजा करने के लिए करें क्योंकि इसके द्वारा आपने हमारे भयानक पापों के बदले अपने प्यार की महानता और हमारे अन्याय के फैसले के बदले आपकी दया की शक्ति को दिखाया है। आमेन ।








All the contents on this site are copyrighted ©.