2017-04-12 16:51:00

मीओ धर्मप्रांत के क्रिस्म ख्रीस्तयाग में अपहृत पुरोहित के लिए प्रार्थना


मीओ, बुधवार, 12 अप्रैल 2017 (वीआर सेदोक) : भारत के उत्तरपूर्व दूरस्थ मीओ धर्मप्रांत में गत सप्ताह भारतीय मिशनरी सलेसियन पुरोहित को प्रार्थना में याद किया गया जिन्हें यमन में अज्ञात बंदूकधारियों ने अपहरण कर लिया और जिनके ठिकाने अभी भी अज्ञात हैं।

अरुणाचल प्रदेश स्थित मीओ धर्मप्रांत के पुरोहितों के साथ मिलकर धर्माध्यक्ष जोर्ज पाल्लीपारामबिल ने बृहस्तपतिवार 6 अप्रैल को ‘ख्रीस्त की ज्योति’ महागिरजाघर में क्रिस्म ख्रीस्तयाग के दौरान सलेसियन फादर टोम उज़न्नलिल के लिए प्रार्थना की। केरल निवासी फादर टोम बैंगलोर सलेसियन धर्मप्रांत के हैं 4 मार्च 2016 को यमन के एदन में मिसनरीज ऑफ चारिटी धर्मबहनों द्वारा चलाये गये वृद्धाश्रम में अज्ञात बंदूकधारियों ने इनका आपहरण किया। बंदूकधारियों ने चार चारिटी धर्मबहनों और 12 लोगों को मार डाला।

धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष पाल्लिपाराम्बिल ने पुरोहितों के साथ पवित्र बृहस्तपतिवार का क्रिस्म ख्रीस्तयाग समारोह का अनुष्ठान किया जिसमें पुरोहिताई संस्कार एवं पवित्र साक्रामेंट की स्थापना का स्मरण और विभिन्न संस्कारों के अनुष्ठान में प्रयोग में लाये जाने वाले पवित्र तेल की आशीष की जाती है।

धर्माध्यक्ष पाल्लिपाराम्बिल ने बताया कि अपने धर्मप्रांत में क्रिस्म ख्रीस्तयाग समारोह का अनुष्ठान एक सप्ताह पहले किया जाता है जिससे कि पुरोहितगण अपने पल्लियों और दूरदराज मिशन स्टेशन लौट सकें और पवित्र सप्ताह की धर्मविधियों का अनुष्ठान अपने पल्ली वासियों के साथ कर सकें।

प्रभु के प्रति निष्ठावान और उसके बताये मार्ग पर चलने की हिम्मत रखने वाले फादर टोम की सुरक्षा और रिहाई के लिए सलेसियन धर्माध्यक्ष पाल्लिपाराम्बिल और सलेसियन पुरोहितों ने विशेष रुप से प्रार्थना की। पुरोहिताई प्रतिज्ञा दुहराने से पहले धर्माध्यक्ष ने पुरोहितों को बधाई देते हुए कहा,″यदि आप जानना चाहते हैं कि येसु किस तरह के याजक हैं, तो उसके क्रूस को देखिये।″ संत पापा फ्राँसिस के उपमान का उपयोग करते हुए उन्होंने कहा कि ‘याजकों को अपनी भेड़ों की गंध’ की पहचान है।

मीओ धर्मप्रांत ने फादर टोम एवं विश्व के सभी ख्रीस्तीयों की सुरक्षा और शांति के लिए प्रार्थना जारी रखा है।








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