2017-04-08 16:30:00

हिन्दू चरमपंथियों द्वारा ख्रीस्तीय प्रार्थना सभा में दखलंदाजी


महाराजगंज, शनिवार, 8 अप्रैल 2017 (मैटर्स इंडिया): उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिला स्थित एक गिरजाघर में 7 अप्रैल को चल रहे एक प्रार्थना सभा को हिन्दू चरमपंथी नेताओं ने रोका।

उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा संचालित कथित तौर पर ‘हिन्दु युवा वाहिनी’ दल ने ख्रीस्तीयों पर उस समय आक्रमण करने की कोशिश की जब 11 अमरीकी अन्य ख्रीस्तीयों के साथ एक प्रार्थना सभा में भाग ले रहे थे।   

टूसर्कल नेट की रिपोर्ट अनुसार, महाराजगंज के कोथीबहार पुसिल स्टेशन के निकट, करीब 150 लोगों के एक दल ने दादहौली गिरजाघर को घेर लिया। जब ख्रीस्तीय प्रार्थना कर रहे थे तब कुछ एच. वाई. वी. के सदस्यों ने प्रार्थना स्थल पर पहुँचकर देखा कि कुछ अमरीकी प्रार्थना कर रहे हैं। 

तब उन्होंने कोथीबहार पुलिस स्टेशन जाकर पुलिस को सूचना दी कि कुछ पुरोहित एवं अमरीकी गिरजाघर में धर्मांतरण कर रहे हैं।

सूचना पाकर पुलिस अधिकारी आनन्द कुमार गुप्ता गिरजाघर पहुँचे तथा उन्होंने धर्मांतरण का कोई साबुत पाये बिना प्रार्थना को रोक दिया। पुलिस ने अमरीकी नागरिकों के पासपोर्ट एवं वीज़ा की जाँच की तथा उसमें किसी प्रकार की गलती न पाकर उन्हें जाने दिया।

गुप्ता ने बाद में टूसर्कल नेट को बतलाया कि एच वाई वी कार्यकर्ताओं ने उनके पास यह शिकायत की थी कि अमरीकी नागरिक गिरजाघर में धर्मांतरण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने उनके शिकायत अनुसार कार्रवाई की तथा पाया कि वास्तव में वैसा कुछ नहीं हो रहा था किन्तु हमने उनके कागजात की जाँच की।

उन्होंने बतलाया कि इस बीच हिन्दू चरमपंथी पुलिस पर दबाव डालते रहे कि वे केस दर्ज करें तथा पास्टर यू हन्ना आदम को गिरफ्तार करें।

स्थिति उस समय और अधिक गंभीर हो गयी जब पुलिस ने अमरीकी नागरिकों को जाने दिया। चरमपंथियों ने पुलिस पर सवाल किया तथा अराजकता उत्पन्न करने की कोशिश की। एच वाई वी के सदस्यों ने आदम की गिरफ्तारी की मांग तेज की जिसको पुलिस ने इनकार कर दिया।  

गुप्ता ने कहा कि हिन्दू चरमपंथियों ने पुलिस पर दबाव डाला कि वह मामले को पूरी तरह से जांचें किन्तु एक साधारण प्रार्थना सभा की जाँच करने का अर्थ है किसी के धर्म मानने की व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर बाधा डालना है।

रिपोर्ट में यह भी बतलाया गया था कि पुलिस द्वारा जाँच प्रक्रिया आवश्यक थी क्योंकि चरमपंथी सदस्यों ने एक सप्ताह पहले बेलवा गाँव के गिरजाघर की तोड़फोड़ की थी तथा लोगों को पीटा था।  

स्थानीय कलीसिया के एक ख्रीस्तीय ने कहा, ″हम वहाँ प्रार्थना कर रहे थे धर्मपरिवर्तन की कोई विधि नहीं हो रही थी किन्तु दल ने आकर पुलिस की सहायता से शांति भंग करने की कोशिश की। 








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