2017-04-07 12:05:00

बेनेडिक्ट 16 वें के आदर में "कोओपेरातोरेस वेरीतातिस" पुस्तक का विमोचन


रोम, शुक्रवार, 07 अप्रैल सन् 2017 (सेदोक): रोम में सन्त अगस्टीन को समर्पित "औगोस्तिनियानुम" संस्था के मुख्यालय में गुरुवार को ससम्मान सेवानिवृत्त सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें के आदर में लिखी "कोओपेरातोरेस वेरीतातिस" पुस्तक का विमोचन किया गया।

विश्व के 13 विद्धानों ने "कोओपेरातोरेस वेरीतातिस" की रचना में अपना योगदान दिया है। वाटिकन पुस्तक प्रकाशन केन्द्र "लिब्रेरिया वातिकाना" द्वारा प्रकाशित पुस्तक का विमोचन राटसिंगर न्यास के अध्यक्ष, वाटिकन रेडियो के पूर्व महानिर्देशक फादर फेदरीको लोमबारदी ने किया।

वाटिकन रेडियो के साथ बातचीत में उन्होंने पुस्तक के शीर्षक "कोओपेरातोरेस वेरीतातिस" के बारे में बताया कि धर्मतत्व वैज्ञानिक एवं लेखक रूप में यह शीर्षक काथलिक कलीसियाई ईशशास्त्र पर सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें के समर्पण को परिभाषित करता है। उन्होंने कहा, "कोओपेरातोरेस वेरीतातिस" का अर्थ है सत्य के साथ सहयोग करनेवाला और यह इस तथ्य को प्रकाशित करता है कि बेनेडिक्ट 16 वें ने स्वतः को सदैव सत्य के प्रति समर्पित रखा। उन्होंने अपने लेखों एवं निबन्धों में कभी भी स्वतः की प्रशंसा नहीं की अपितु सदैव ख्रीस्त एवं उनकी कलीसिया को अपनी सेवाओं को केन्द्र बनाया।"

फादर लोमबारदी ने कहा "कोओपेरातोरेस वेरीतातिस" शीर्षक उन सब पर भी लागू होता है जो सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें का अनुसरण कर, कलीसिया एवं मानव कल्याण की सेवा में, अपना अध्ययन और विशेष रूप से अपने अनुसन्धान कार्यों को सम्पादित करते हैं।"

सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें के विषय में फादर लोमबारदी ने कहा, "16 अप्रैल को बेनेडिक्ट 16 वें 90 वर्ष की आयु पूरी कर रहे हैं तथापि, उनका मस्तिष्क प्रखर तथा आगंतुकों से मिलने की उनकी क्षमता बिल्कुल स्पष्ट है, जो, वास्तव में अद्भुत एवं सराहनीय है।"

उन्होंने कहा कि 90 वर्ष की आयु में व्यक्ति का शारीरिक रूप से कमज़ोर हो जाना स्वाभाविक है किन्तु अभी भी सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने लोगों के साथ मुलाकात करने, उनके साथ विचारों का आदान प्रदान करने की अपनी क्षमता को नहीं खोया है।








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