2017-03-07 15:07:00

मुम्बई की नदियों को बचाने हेतु जुलूस


मुम्बई, मंगलवार, 7 मार्च 2017 (उकान) : मुम्बई में 5 मार्च को 'नदी उत्सव' त्योहार के अवसर पर शहर में नदियों की हालत के बारे में जागरूकता लाने के लिए 12,500 हजार से भी अधिक लोगों ने जुलूस में भाग लिया। नदियों में प्रदूषण की वजह से पानी की गुणवत्ता प्रभावित हुई है जो शहरवासियों के लिए चिंता का कारण बना हुआ है।

नदियों के प्रदूषण को रोकने और इन्हें फिर से जीवंत करने की जरूरत जुलूस में उपस्थित नागरिकों की सर्वोच्च प्राथमिकता थी। जुलूस में बड़ी संख्या में स्कूल और विश्वविद्यालय के छात्रगण, काथलिक सभा के सदस्य, बुरहानी फाउंडेशन, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारत का वाटर मैन राजेंद्र सिंह ने भी भाग लिया।

शहर के राजनीतिक नेताओं जैसे सांसद गोपाल शेट्ठी तथा मनीशा चौधरी, प्रवीण सुर्वे और योगेश सागर आदि विधायकों ने भी नदी मार्च में भाग लेकर अपना समर्थन प्रदान किया। हर किसी ने शहर की पांचों नदियों के जीर्णोद्धार के लिए अपील की।

नदी मार्च के आयोजकों में से एक गोपाल जावेरी ने कहा, ″हमने नदियों में बड़ी मात्रा में कचरा फेंका है जिससे नदी का पानी प्रदूषित हो गया है। जबकि विकास के नाम पर सरकार नदी के दोनों किनारों को पक्का बना दे रही है। हम इस गतिविधि का विरोध करते हैं और हम चाहते हैं कि हमारी नदियाँ हमें वापस मिले। मुंबई के निवासियों द्वारा आयोजित यह तीसरा सफल नदी जुलूस था।″








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