2017-03-04 15:32:00

″परमधर्मपीठ में ट्वीटर कूटनीति″विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला


वाटिकन सिटी, शनिवार, 4 मार्च 2017 (वीआर सेदोक): ″परमधर्मपीठ में ट्वीटर कूटनीति″ विषय पर वाटिकन में शुक्रवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था। कार्यशाला का आयोजन संचार के लिए वाटिकन सचिवालय तथा वाटिकन के लिए ब्रिटिश दूतावास ने की।

कार्यशाला में वाटिकन के लिए ब्रिटिश राजदूत सैली ऑक्सवदी तथा ऑस्ट्रिया के राजदूत लेह तुरनर, हंगरी के राजदूत एडवर्ड हब्सबर्ग तथा ओसरवातोरे रोमानो के निदेशक प्रोफेसर जोवान्नी मरिया वियन ने भाग लिया।  

संचार के लिए वाटिकन सचिवालय के सचिव ने कहा, ″जहाँ लोग हैं वहीं कलीसिया है। यही कारण है कि संत पापा ट्वीटर एवं इंस्टाग्राम से जुड़े हैं।″ 

उन्होंने कहा कि कार्यशाला में राजनयिक तथा अन्य हस्ती हिस्सा ले रहे हैं जो वाटिकन एवं कलीसिया में, सामाजिक संचार माध्यमों, खासकर, ट्वीटर के माध्यम से सुसमाचार का संदेश फैलाना चाहते हैं। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रतिभागियों ने अपना अनुभव तथा सुझाव पेश किया तथा उन माध्यमों को प्रस्तुत किया जिसमें सामाजिक नेटवर्क के प्रसार के बाद संचार में परिवर्तन आया है। उन्होंने विशेष ध्यान संत पापा द्वारा ट्वीटर एकाउट के माध्यम से 32 मिलीयन लोगों के साथ 9 भाषाओं में जुड़ने की बात पर दी।

उन्होंने संत पापा को सामाजिक नेटवर्क में एक नेता करार दिया क्योंकि वे विभिन्न विषयों पर अपने विचार रखने के द्वारा विभिन्न लोगों; ख्रीस्तीयों के साथ साथ ग़ैरख्रीस्तीयों के मन और हृदय को स्पर्श करना जानते हैं।

वाटिकन में ब्रिटिश राजदूत सैली ऑक्सवर्दी ने वाटिकन रेडियो से कहा कि कूटनीति में डिजिटल आयाम एक बड़ी भूमिका निभाती है। उन्होंने कहा कि कई अवसरों पर परमधर्मपीठ तथा अंतरराष्ट्रीय राजनयिक एक-दूसरे के साथ सहयोग करने हेतु ट्वीट का सहारा लेते हैं। 

ऑक्सवर्दी ने उस बात को रेखांकित किया कि संत पापा ने यह सिद्ध कर दिया है कि सामाजिक नेटवर्क सामान्य हित के विषयों पर, एक अत्यंत व्यापक जनता तक पहुँचने में मदद कर सकता है। 








All the contents on this site are copyrighted ©.