2017-03-02 15:36:00

क्रूसित येसु का अनुसरण करें निराधार ईश्वर की नहीं


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 2 मार्च 2017 (वीआर सदोक): ख्रीस्तीयों के दिशा सूचक यंत्र को क्रूसित येसु का अनुसरण करना है उस ईश्वर का जिसने शरीर धारण किया तथा हमारे भाइयों के घावों को अपने ऊपर लिया। यह बात संत पापा फ्राँसिस ने बृहस्पितवार को वाटिकन स्थित प्रेरितिक आवास संत मर्था के प्रार्थनालय में ख्रीस्तयाग अर्पित करते हुए प्रवचन में कही।   

उन्होंने कहा कि चालीसा काल हमें पश्चाताप करने हेतु निमंत्रण दे रहा है तथा यह धर्मविधि हमें तीन सच्चाईयों: मानव, ईश्वर तथा रास्ता के लिए आह्वान कर रही है। सच्चा मानव अच्छाई और बुराई के बीच चुनाव करता है। ईश्वर ने हमें स्वतंत्र बनाया अतः चुनाव हमें करना है किन्तु वे हमें अकेले नहीं छोड़ते। वे हमें आज्ञाओं द्वारा अच्छाई का रास्ता दिखलाते हैं।

दूसरी सच्चाई है ईश्वर। शिष्यों के लिए येसु के क्रूस के रास्ते को समझना कठिन था। ईश्वर ने पाप को छोड़ मानव की हर वास्तविकता को अपने ऊपर लिया, अतएव, ख्रीस्त के बिना कोई दूसरा ईश्वर नहीं है। ख्रीस्त के बिना अर्थात् शरीरधारण के बिना कोई ईश्वर नहीं है।    

सच्चे ईश्वर हमारे लिए ख्रीस्त बनें, हमारी मुक्ति के लिए। जब हम उस सच्चाई से दूर चले जाते हैं उनके क्रूस से भटक जाते हैं जो प्रभु के महान कष्ट की सच्चाई है तब हम उनके प्रेम एवं मुक्ति से भी दूर चले जाते हैं तथा विचारधाराओं के ईश्वर के रास्ते पर चलते हैं। संत पापा ने कहा कि वह सच्चा ईश्वर नहीं है। उन्होंने कहा कि ईश्वर जो हमारे बीच आये, हमें बचाने हमारे करीब रहे तथा हमारे लिए मर गये, वे ही सच्चे ईश्वर हैं।

संत पापा ने एक फ्राँसिसी लेखक द्वारा प्रस्तुत कलीसिया विरोधी तथा ख्रीस्तीय विश्वासी के बीच वार्ता का हवाला देते हुए कहा कि भली इच्छा रखने वाले कलीसिया विरोधी ने विश्वासी से प्रश्न किया कि ख्रीस्त कैसे ईश्वर हो सकते हैं मैं इसे नहीं समझता? तब विश्वासी ने कहा था कि इसे समझना मेरे लिए आसान है कठिन तब हुआ होता जब ईश्वर ख्रीस्त नहीं बने होते। यही ईश्वर की सच्चाई है वह ख्रीस्त बने, एक मानव का रूप लिया और यही करुणा के कार्य की आधारशीला है। भाइयों के घाव ख्रीस्त के घाव हैं क्योंकि ईश्वर मानव बने। संत पापा ने कहा कि इस सच्चाई के बिना हम चालीसा को नहीं जी सकते। हमें मन-परिवर्तन करना है उस निराधार ईश्वर के लिए नहीं बल्कि सच्चे ईश्वर के लिए जो ख्रीस्त बने।

तीसरी सच्चाई ‘मार्ग’ के संबंध में संत पापा ने कहा कि येसु कहते हैं यदि कोई मेरा अनुसरण करना चाहता है वह अपना क्रूस उठाकर मेरे पीछे हो ले।  

उन्होंने कहा कि सच्चा मार्ग ख्रीस्त हैं। ख्रीस्त का अनुसरण करते हुए हम पिता की इच्छा पूरी करें। उन्होंने हमें आदेश दिया है अपना क्रूस उठाकर मेरा अनुसरण करो। जो उनका अनुसरण करने हेतु अपना जीवन खो देता है वह उसे पुनः प्राप्त करेगा। हम येसु के रास्ते का अनुसरण करें जिन्होंने हमेशा दूसरों की सेवा की।

संत पापा ने सलाह दी कि क्रूसित येसु का अनुसरण करने का एक मात्र सच्चा रास्ता है क्रूस की मूर्खता। मानव, ईश्वर तथा मार्ग की सच्चाई ख्रीस्तीयों के लिए दिशा सूचक यंत्र है ताकि वे गलत रास्ते पर आगे न बढ़ें। 








All the contents on this site are copyrighted ©.