2017-02-24 15:41:00

प्रेरिताई कार्य हेतु स्नेह का भावना उत्पन्न करें, कार्डिनल फिलोनी


वाटिकन रेडियो, शुक्रवार, 24 फरवरी 2017 (वी आर) लोकधर्मियों के बीच सुसमाचार प्रचार हेतु गठित परमधर्मपीठ के अधिकारी कार्डिनल फिलोनी ने संत पेत्रुस का सिंहासन पर्व के अवसर पर संत पेत्रुस अन्तराष्ट्रीय प्रेरिताई विश्व विद्यालय में अपने मिस्सा बलिदान के दौरान कहा कि प्रेरिताई कार्य हेतु हृदय में स्नेह की भावना उत्पन्न करें।

22 फरवरी को संत पेत्रुस विश्वविद्लायल की 70वीं वर्षगाँठ के अवसर पर कार्डिनल फिलोनी ने संस्थान में विद्यार्ज्ञन कर रहे विद्यर्थियों के साथ मिस्सा बलिदान अर्पित किया और धर्मबधुओं, धर्मबहनों और धर्मसमाजियों का आहृवान करते हुए कहा, “आप के धर्मध्यक्षों ने आप को हमारे संस्थान में सुपुर्द किया है जिससे आप ईश्वर के ज्ञान में वृद्धि करते हुए अपने हृदय में उस कार्य के प्रति एक नम्रतापूर्ण समर्पण की भावना जागृत कर सकें जो आप की प्रतीक्षा कर रहा है। मैं आप से निवेदन करता हूँ कि आप अभी से अपने हृदय की गहराई में प्रेरिताई के प्रति एक गहरी स्नेह की भावना उत्पन्न करें। आप अपना हृदय प्रेरिताई हेतु खोलें।”

सुसमाचार के वचनों पर अपने चिंतन के दौरान उन्होंने कहा कि पेत्रुस का येसु में विश्वास पिता ईश्वर का उपहार है जो ऊपर से आता है। हम कह सकते हैं कि उनका विश्वास येसु ख्रीस्त के प्रेमपूर्ण कार्य की निशानी है। येसु पेत्रुस को उन सारी चीजों को सौंपते हैं जिन्हें वे स्वयं प्रेम करते हैं अतएव कलीसिया ख्रीस्त से संबंधित है और इसीलिए किसी प्रकार का अपमानजनक कार्य ईश्वर के प्रेम के विरूद्ध किया गया कार्य है।

कार्डिनल ने कहा कि पेत्रुस का येसु और कलीसिया के प्रति प्रेम उनका येसु में किये गये अनुभव का प्रतिफल है। येसु उसके जीवन के परिवर्तित करते और वह मनुष्यों का मछुवारा, भेंड़ों का चरवाहा बनता है। येसु हमारे साथ भी ऐसा ही करते हैं। वे अपने कार्यों को पूरा करने हेतु अपनी कृपाओं से हमें विभूषित करते और विश्व हेतु हमें एक साधन बनाते हैं।








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