जलांधर, बृहस्पतिवार, 23 फरवरी 17 (एशियान्यूज़): बेरोजगार युवा जो स्कूल छोड़ चुके हैं उन्हें नशीली पदार्थों के सेवन की आदतों में पड़ने से बचाने अथवा ड्रग तस्करों के चंगुल में पड़ने से रोकने के लिए, उन्हें खेल में प्रोत्साहन दिया जा रहा है। यह प्रयास करितास इंडिया के साथ मिलकर, समग्र विकास हेतु निरंजन चैरिटेबल सोसाईटी तथा जालांधर धर्मप्रांत के समाज विकास विभाग का है।
समग्र विकास हेतु निरंजन चैरिटेबल सोसाईटी (एनसीएसआईडी) के निदेशक फा. अंतोनी इस बात से आश्वस्त हैं कि कलीसिया शराब के आदी बच्चों एवं युवाओं में सकारात्मक बदलाव लाने हेतु इस तरह का प्रयास कर रही है। एशियान्यूज़ से बातें करते हुए उन्होंने कहा, ″इन बच्चों को संघटित करने के लिए खेल एक अच्छा माध्यम है तथा इसके द्वारा उन्हें समाज और परिवार वालों से पुनः जोड़ा जा सकेगा ताकि वे जिम्मेदार व्यक्ति बनकर, रोजगार प्राप्त कर सकें।″
इस परियोजना का शीर्षक है, ″युवाओं के विकास हेतु खेल″ जिसमें विद्यार्थी, शिक्षक, गाँव के अगुवे एवं स्थानीय समुदाय के सदस्य शामिल हैं। धर्मप्रांत के समाज सेवा विभाग ने 8 हॉकी कोचों का प्रबंध किया है जो कुल 540 बच्चों एवं युवाओं को खेल का प्रशिक्षण दे रहे हैं।
फादर ने कहा, ″हम जानते हैं कि खेल गतिविधियाँ ही नशीली पदार्थों के आदी लोगों के जीवन में बदलाव ला सकते हैं और हम इसका प्रचार युवाओं के बीच अधिक से अधिक कर रहे हैं। यही कारण है कि स्थानीय कलीसिया भी ड्रग की समस्या के समाधान हेतु संगठनों का निर्माण कर रही है। हम आशा करते हैं और हमारा यही उद्देश्य भी है कि वे युवा सामाजिक प्रणाली में पुनः प्रवेश कर सकेंगे। उन्हें प्यार, स्नेह और देखभाल के माध्यम से ही समाज में पुनः एकीकृत किया जा सकता है।″
गौरतलब है कि पंजाब एक ऐसा राज्य है जहाँ मादक द्रव्यों का प्रयोग बहुत अधिक किया जाता है। विगत 10 सालों में नशीली पदार्थों के सेवन में वह लगातार सबसे आगे रहा है। फरवरी और अप्रैल 2015 के बीच किये गये ओपिड निर्भरता सर्वेक्षण की रिपोर्ट अनुसार लगभग 230 हजार लोग ड्रग का सेवन करते हैं। इसका अर्थ है कि प्रति एक लाख में 836 लोग इसके आदी हैं जबकि पूरे भारत में इसका औसत एक लाख में 250 है।
फा. मडासेरी ने कहा, ″हम मामले को बड़ी गंभीरता से ले रहे हैं जिसके लिए हमें सहयोग की आवश्यकता है तथा अधिक से अधिक लोगों के संगठन में शामिल होने की। हमें इस बात से खुशी हो रही है कि युवाओं में इसपर उत्साह देखा जा रहा है।″
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