2017-02-17 16:53:00

पाकिस्तान ख्रीस्तीय द्वारा सही जनगणना की माँग


पाकिस्तान शुक्रवार, 16 फरवरी 2017 (फीदेस) पाकिस्तान के ख्रीस्तीय नेताओं ने एक जागरूकता अभियान के तहत मुस्लिम और ख्रीस्तीय अल्पसंख्यकों को आगामी जनगणना के संबंध में एक अच्छी और उचित जनगणना हेतु मुहिम की है।

कराची में हुए 13 फरवरी के सम्मेलन में काथलिक और प्रोटेस्टन्ट धर्माध्यक्षों ने प्रेरिताई कार्य में संलग्न लोगों के बीच मार्च के महीने में होने वाले जनगणना के विषय में चेतना लाने की कोशिश की। कराची महाधर्मप्रान्त के महाधर्माध्यक्ष जोसेफ कोउत्स और पकिस्तान प्रोटेस्टैंट कलीसिया के धर्माध्यक्ष सदीक दनियल के एक साथ मिलकर सम्मेलन में उपस्थिति लोकधर्मियों, प्रेरिताई कार्य में संलग्न लोगों, ख्रीस्तीय सामाजिक और राजनीति कार्यकर्ताओं का ध्यान इस मुद्दे की ओर आकर्षित करने के प्रयास किया।

उन्होंने लोगों का आहृवान करते हुए कहा,“आइए हम अपने विश्वास के भेदभाव से ऊपर उठते हुए देश में ख्रीस्तीय एकता को मजबूत करें और हमारी एक उचित जनगणना पर ध्यान दें। प्रोटेस्टैंट धर्माध्यक्ष दनियल ने कहा कि देश की यह जनगणना ख्रीस्तीय समुदाय हेतु अति महत्वपूर्ण है। यह न केवल हमारे विकास वरन देश में हमारे अधिकारों के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है।

सम्मेलन में शरीक हो रहे एक सामाजिक कार्यकर्ता ज़ाहिद फारूख ने बतलाया कि देश की145 संसदीय सीटों में अल्पसंख्यकों हेतु 10 सीटें हुए करती थीं जो संसदीय सीटों की बढ़ोतरी (342) के बाद भी अल्पसंख्यकों हेतु उतनी ही रह गई हैं।

उन्होंने कहा, “हमें देश में अपने अधिकारों को प्राप्त करने हेतु एकजुट होने की जरूरत है क्योंकि यह जनगणना न केवल हमारे भविष्य को निर्धारित करेगा बल्कि यह पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के लिए भी फ़ायदेमंद होगा।

अन्तरधार्मिक एकता के एक विशेष सहायक अन्तोनी नावेद ने कहा, “यह हमारी संख्या के मुताबिक हमारे अधिकारों की माँग करने का समय है। मैं सभी परिवारों से निवेदन करता हूँ कि आप अपने पहचान पत्र के साथ अन्य सभी काग़ज़ातों को दुरुस्त रखें जिससे सभी चीज़ें सही ढंग से पूरी हो सके। पाकिस्तान की पिछली जनगणना सन् 1998 के अनुसार अल्पसंख्यकों की संख्या मात्र 2.8 प्रतिशत थी जिसमें मुख्यतः हिन्दु ख्रीस्तीय, सिंख, पारसी, कदियानी और यहूदी आते हैं। 








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