2017-02-13 16:15:00

विश्व रोगी दिवस पर जीवन के प्रति सम्मान हेतु धर्माध्यक्षों की प्रतिबद्धता


बैंगलोर, सोमवार, 13 फरवरी 2017 (एशियान्यूज़): विश्व रोगी दिवस के अवसर पर जब कलीसिया लूर्द की माता मरियम का त्योहार मनाती है, भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षों ने रोगियों एवं समाज के सबसे कमजोर लोगों की सेवा के प्रति प्रतिबद्धता को नवीकृत किया।

भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के स्वास्थ्य सेवा आयोग के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष प्रकाश मल्लावारापु द्वारा हस्ताक्षरित एक संदेश में धर्माध्यक्षों ने इच्छा व्यक्त करते हुए कहा है कि इस अवसर पर जीवन के सम्मान की संस्कृति, स्वास्थ्य एवं पर्यावरण को बढ़ावा देने के कार्य में एक नई उत्साह प्राप्त करें।

संत पापा जोन पौल द्वितीय ने विश्व रोगी दिवस की स्थापना की है जिसका इस वर्ष 25वाँ दिवस मनाया गया ताकि प्रार्थना एवं उदार कार्यों द्वारा विश्वासियों को बीमारों की मदद हेतु प्रोत्साहन दिया जा सके।

विश्व रोगी दिवस हेतु संदेश के लिए इस वर्ष संत पापा की विषयवस्तु थी, ″ईश्वर के कार्य के प्रति आश्चर्य : ईश्वर ने मेरे लिए महान कार्य किये हैं।″(लू.1:49) 

संत पापा फ्राँसिस के संदेश के प्रेरित धर्माध्यक्ष मल्लावारापू ने विश्वासियों को निमंत्रण दिया है कि हम माता मरियम के पदचिन्हों पर चलें तथा अपनी आध्यात्मिक शक्ति को नवीकृत करें ताकि ग़रीबों, बीमारों, पीड़ितों, बहिष्कृत एवं हाशिये पर जीवन यापन करने वालों की सेवा करने के कलीसिया की प्रेरिताई को पूरा कर सकें।

संत पापा ने ट्वीट संदेश में लिखा है, ″मैं आप सभी को प्रोत्साहन देता हूँ कि आप संत मरियम में, निर्बलों के स्वास्थ्य तथा हर इंसान के लिए ईश्वर के प्यार के सच्चे चिन्ह को देखें।″  

विशाखापटनम के महाधर्माध्यक्ष ने कहा, ″भारत की काथलिक कलीसिया स्वस्थ समाज का निर्माण करना चाहती है जहाँ, लोग खासकर, गरीब, जरूरतमंद तथा हाशिये पर जीवन यापन करने वाले पहुँच सकें तथा सार्वजनिक कल्याण को बनाये रखा जा सके, साथ ही, दूसरों एवं पर्यावरण के साथ सामंजस्य स्थापित किया जा सके।″

पूरे भारत में, 12 से 19 फरवरी तक चंगाई प्रेरिताई सप्ताह होगा। इस बात को ध्यान में रखकर भारत के धर्माध्यक्षों ने विश्वासियों का आह्वान किया है कि वे बीमारों के लिए प्रार्थना एवं सेवा का कार्य करें। 








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