2017-02-10 17:00:00

शैतान से वार्ता न करें वही अच्छा


वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 10 फरवरी 2017 (सेदोक) संत पापा फ्राँसिस ने संत मार्था के अपने निवास में शुक्रवार 10 फरवरी को प्रातःकालीन मिस्सा बलिदान के दौरान अपने प्रवचन में कहा कि हमारे लिए उचित यही है कि हम शैतान से वार्ता न करें क्योंकि वह हमें पाप और बुराई में फंसा देता है।

उन्होंने आदम और हेवा की परीक्षा और पाप पर अपना चिंतन प्रस्तुत करते हुए कहा कि शैतान सांप के रूप में आकर हेवा को लुभाता है। वह झूठों का पिता है। वह झूठा है और उसे हमें फुसलाने में महारत हासिल की है। वह हेवा में अच्छे भाव उत्पन्न करते हुए उसके साथ वार्ता करता और धीरे-धीरे उसे बहला लेता है।

संत पापा ने कहा कि इसके विपरीत येसु के मार्ग शैतान से भिन्न हैं वे हमें सही मार्ग को बतलाते और हमें उसका चुनाव करने को प्रेरित करते हैं अतः हमें येसु से बातें करने की जरूरत है। इसके विपरीत जब हम शैतान से बातें करना शुरू करते तो वह हमें अपने मोह-माया के जाल में फंसा लेता और इस तरह हम आदम और हेवा की तरह अपने को नग्नता में पाते हैं। वह हमें सारी चीजों का मोह दिखलाता और अन्त में कुछ नहीं पर छोड़ देता है। येसु भी अपनी नग्नता में हमें अपने आपको क्रूस चढ़ा देते हैं लेकिन यह पिता के प्रति उनकी आज्ञाकारिता है। हम सभी जानते हैं कि परीक्षाएं हमारे लिए क्या है क्योंकि हम सभी इसमें पड़ते हैं। 

संत पापा ने कहा की भ्रष्टाचार जिसकी चर्चा आज सभी कोई करते हैं एक छोटी चीज से शुरू होती है। यह एक वार्ता से शुरू होती है जो हमें कहती है, “यह फल खाने से हम बीमार नहीं होंगे, खाओ, यह अच्छा है।” यह छोटी चीज है लेकिन यह धीरे-धीरे बड़ी होती जाती और अंततः हम भ्रष्ट हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि माता कलीसिया हमें सचेत करते हुए येसु से विनय करने को कहती है जिससे हम परीक्षाओं से बचे रहें। हम सभी कमजोर हैं हम येसु से निवदेन करें कि वे हमें साहस प्रदान करें जिससे हम अपनी परीक्षाओं में खरा उतर सकें।
 








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