2017-02-06 15:17:00

कंधमाल में ईसाई विरोधी हिंसा की जांच पर नई किताब


भोपाल, सोमवार, 6 फरवरी 2017 (वीआर सेदोक): मुम्बई के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल ऑस्वल्ड ग्रेसियस ने कंधमाल में ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा के शिकार लोगों के लिए न्याय में विलंब तथा ख्रीस्तीयों के विरूद्ध मानव अधिकारों के हनन को जारी रखे जाने का ब्यौरा देने वाले एक किताब का विमोचन किया।  

304 पृष्ठों वाली इस किताब का शीर्षक है ″कंधमाल: न्याय के पहल का आत्मनिरीक्षण 2007-2015″।

संयुक्त प्रकाशक मीडिया हाउस और यूनाइटेड क्रिश्चियन फोरम का दावा है कि भारत में ईसाई समुदाय को निशाना बनाकर सांप्रदायिक हिंसा की सबसे दर्दनाक मामलों की न्याय प्रक्रिया पर जांच का यह पहला व्यापक प्रयास है।

कार्डिनल ने किताब का विमोचन भोपाल में लैटिन रीति के धर्माध्यक्षों की आम सभा के दौरान की। 

किताब के लेखक ने टिप्पणी की है कि क्या नौ साल बाद कंधमाल में ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा के शिकार लोगों के जीवन में न्याय की कोई ध्वनि सुनाई पड़ी है। 

कंधमाल उड़ीसा का एक बहुत करीब जिला है जो मानव विकास सूचकांक पर बहुत नीचे है। दिसम्बर 2007 तथा अगस्त 2008 में कंधमाल के ख्रीस्तीय समुदाय में सुनियोजित आक्रमण किये गये थे।








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