2017-01-23 15:17:00

माफिया के खिलाफ संघर्षरत सदस्यों को संत पापा का संदेश


वाटिकन सिटी, सोमवार, 23 जनवरी 2017 (वीआर सेदोक): संत पापा फ्राँसिस ने सोमवार 23 जनवरी को वाटिकन स्थित लोक सभा परिषद भवन में माफिया विरोद्धी तथा आतंकवाद के खिलाफ राष्ट्रीय दल के 40 प्रतिनिधियों से मुलाकात की तथा कहा कि समाज को भ्रष्टाचार, जबरन वसूली, मादक पदार्थों एवं शस्त्रों के गैरकानूनी तस्करी, मानव तस्करी से चंगाई की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा, ″गुलामी, सामाजिक तथा वैश्विक चुनौतियाँ हैं जिससे अंतरराष्ट्रीय समुदाय जूझ रही है। इस संदर्भ में मुझे मालूम है कि आपके कानून प्रवर्तन गतिविधियाँ अन्य राज्यों के सहयोग से सही ढंग से चल रही हैं।

संत पापा ने सदस्यों से आग्रह किया कि वे हर सम्भव प्रयास करें विशेषकर, मानव तस्करी एवं प्रवासियों की तस्करी को रोकने का हर संभव प्रयास करें। ये गंभीर अपराध हैं जो सबसे कमजोर लोगों पर अधिक प्रभाव डालते हैं। अतः उन्होंने कहा कि शोषण के शिकार लोगों की रक्षा के प्रयास को बढ़ावा देना, खासकर, जो भाई बहने शांति और भविष्य की खोज कर रहे हैं उन्हें सामाजिक एवं कानूनी मदद पहुँचाना। उन्होंने कहा कि देश के सभ्य कहे जाने वाले लोग युद्ध, हिंसा तथा अत्याचार के कारण अपने देश से भागे लोगों का स्वागत करें तथा अपने देश में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करें।

संत पापा ने माफिया के खिलाफ संघर्ष करने वाले राष्ट्रीय दल के बहुमूल्य कार्यों के लिए उन्हें बधाई देते हुए शिक्षा पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता बतलायी विशेषकर, युवा पीढ़ी की शिक्षा पर।

उन्होंने माफिया का विरोध करते हुए कहा कि यह मौत की संस्कृति की अभिव्यक्ति है जिसका विरोध किया जाना चाहिए। यह विश्वास एवं सुसमाचार का विरोध करता है जो कि जीवन के अनुकूल है। ख्रीस्त का अनुसरण करने वाले लोग, शांति, भाईचारा, न्याय, स्वीकृति एवं क्षमाशीलता की बात सोचते हैं। जब ख्रीस्त के शिष्यों पर सुसमाचार की धारा प्रवाहित होती है तो वे अच्छे फल उत्पन्न करते हैं जिसको संत पौलुस कहते हैं प्रेम, आनन्द, शांति, धीरज, दयालुता, अच्छाई, विश्वासनीयता और सौम्यता के फल। 

संत पापा ने सदस्यों के लिए प्रार्थना की कि ईश्वर इस राह पर आगे बढ़ने हेतु बल प्रदान करे। वे निरुत्साह न हों किन्तु भ्रष्टाचार, हिंसा, माफिया तथा आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष करते रहें। 








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