2017-01-05 17:18:00

प्रेरितिक बुलाहट प्रतिनिधियों से संत पापा की मुलाकात


वाटिकन सिटी, गुरुवार, 5 जनवरी 2017 (सेदोक) संत पापा फ्रांसिस ने इतालवी धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के द्वारा आयोजित प्रेरितिक बुलाहट की देख-रेख करने वाले प्रति निधियों से मुलाकात और उनके निष्ठा पूर्ण कार्यों हेतु धन्यवाद अदा करते हुए उन्हें अपना प्रेरितिक संदेश दिया।

उन्होंने कहा कि ईश्वर को उदारता में कहा गया “हाँ” उस भूमिगत गुप्त जल स्रोत के समान है जो अपनी शुद्धता और ताजगी में झराझर बाहर निकले को तैयार है। आज की युवा पीढ़ी के हमें शुद्ध, स्वच्छ जल पिलाने की जरूरत हैं जिससे वे अपने जीवन की यात्रा में आगे बढ़ते हुए नये चीजों को खोज सकें। “युवा अपने में एक महान जीवन की आशा रखते हैं। येसु से उनका मिलना उन्हें प्रेम में एक नये क्षितिज की खोज हेतु प्रयत्नशील बनता जहाँ वे एक सुदृढ़ आशा में बने रहते और निराशा नहीं होते हैं।”

संत पापा ने कहा कि बुलाहट जीवन की देख-रेख करना और लोगों के साथ चलना हम में “जुनून और एक कृतज्ञता के भाव” की माँग करता है। उदारता में हमारा अपने आप को देना और जो बुलाये गये हैं उनकी सेवा करना कलीसिया में एक सम्मानजनक कार्य है। करता है। बुलाये गये लोगों में विश्वास और युवाओं के साथ शांति में रहना हमें उनके जीवन को सुनने और अपने समय को व्यय करते की माँग करता है। यह हमें युवाओं की भावनाओं और उनके सवालों को समझने में मदद करता है।

संत पापा ने कहा कि हमें इस बात से विश्वस्त होने की जरूरत है कि “मैं प्रेरित कार्य में हूँ” इतना ही नहीं “मेरा एक प्रेरितिक कार्य है।” इस प्रेरितिक कार्य में बने रहने हेतु साहस, कल्पना, अपनी सोच से ऊपर जाने की माँग करता है। यह हमें “उठने, आगे बढ़ने और नहीं डरने” को  कहता है।

संत पापा ने अपने लिखित विचारों से अपने संदेश की समाप्ति करते हुए कहा, “हम अपने को पवित्र आत्मा से उत्प्रेरित पाये जिससे हम अपने बुलाहट के सुसमाचार की घोषणा हेतु नये रास्ते खोज सकें।”








All the contents on this site are copyrighted ©.