2017-01-04 16:22:00

युवाओं के बीच पोर्न की लत पर मुम्बई महाधर्मप्रांत द्वारा अध्ययन जारी


मुम्बई, बुधवार, 4 जनवरी 2017 (ऊकान) : मुम्बई महाधर्मप्रांत ने युवाओं को पोर्न की लत से बाहर निकालने और अश्लील साहित्य के दर्शकों को समझने के उद्देश्य से एक ऑनलाइन सर्वेक्षण शुरू कर दिया है।

ऑनलाइन सर्वेक्षण (http://survey.snehalayafamily.com) 15 से 25 वर्ष के आयु के युवाओं, साथ ही 25 वर्ष से उपर के लोगों से भी प्रतिक्रियाएं मांगी गई है। अपनी प्रतिक्रिया देने वालों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।

मुम्बई के ‘स्नेहालय परिवार सेवा केंद्र’ के निदेशक फादर काजेटन मेनेजीस ने कहा,″ वर्तमान में हमें पोर्नोग्राफी के बारे में बहुत सुनने को मिलती है जबकि भारत के बाहर पोर्न और उसके प्रभाव के बारे में काफी अध्ययन किये जा रहे हैं। भारत में इसपर कोई अध्ययन नहीं किया गया है अतः हम इसपर अध्ययन कर रहे हैं जिससे युवाओं को पोर्न की लत से बाहर निकालने में मदद मिले।

मुम्बई महाधर्मप्रांत का ‘स्नेहालय परिवार सेवा केंद्र’ परिवारों की मदद करता है। यह एक परामर्श केन्द्र है जहाँ काथलिक परिवार और अन्य समुदाय के परिवार भी अपने परिवारों की समस्याएँ लेकर परामर्श के लिए आते हैं। ऑनलाइन सर्वेक्षण परिवारों को मजबूत करने के प्रयासों का हिस्सा है।

फादर मेनेजीस ने बताया कि परामर्श सत्र के दौरान विवाहित जोड़ियों से पता चला कि वे अश्लील चित्र देख कर अपने सेक्स की जरूरत को पूरा करते हैं, पति अपनी पत्नियों को अश्लील चित्र देखने के लिए मजबूर करते हैं यह भी विवाह के टूटने का कारण हो सकता है।

फादर मेनेजीस ने कहा "हम अच्छी प्रतिक्रिया के साथ सर्वेक्षण को पूरा करना चाहते हैं पर हमें यह देखने को मिल रहा है कि अधिकांश लोग सभी सवालों का जवाब नहीं देते हैं। उनके पहचान का खुलासा नहीं किया जाएगा।"








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