वाटिकन सिटी, मंगलवार, 3 जनवरी 2017 (सेदोक) : संत पापा फ्राँसिस ने निर्दोष बच्चों के पर्व दिवस पर बच्चों के शोषण और दमन के सभी रूपों की निंदा करते हुए उनकी रक्षा हेतु सभी धर्माध्यक्षों के लिए पत्र लिखा।
संत पापा ने धर्माध्यक्षों को मसीह के जन्म की घोषणा की खुशी को ख्रीस्तीयों के बीच बांटने का आग्रह करते हुए कहा, ″प्रति वर्ष हम क्रिसमस के अवसर पर ईश्वर की उपस्थिति की खुशी का अनुभव करते हैं। एक गड़ेरिया होने के नाते हम, इस खुशी को अपने विश्वासियों तक पहुँचाने के लिए बुलाये गये हैं। इस संघर्ष भरी दुनियां में इस खुशी को कोई भी ताकत हमसे छीनने न पाये।″
संत पापा ने धर्माध्यक्षों को याद दिलाया कि क्रिसमस खुशी के साथ आँसु भी लाती है। आज भी दुनिया के विभिन्न भागों में दुःख, हिंसा और अशांति है जिसे चाहते हुए भी हम इसकी उपेक्षा नहीं कर सकते हैं। आज भी बहुत से परिवारों में दुःख का साया है। कई माताएँ अपने निर्दोष बच्चों के लिए विलाप करती हैं।
संत पापा उन लाखों बच्चों को याद किया है जो शिक्षा से वंचित हैं। वे युद्ध की वजह से प्रावासियों और शरणार्थियों की जिन्दगी जीने के लिए मज़बूर हैं। सत पापा ने पुनः उन बच्चों से भी माफी माँगी जो पुरोहितों के यौन दुर्व्यवहार के शिकार हैं और कष्ट सह रहे हैं। यह पाप कलीसिया को शर्मीन्दा कर देती है।
उन्होंने कहा कि संत जोसेफ के समान हम भी क्रिसमस की खुशी को स्वीकार करने और इसकी रक्षी करने के लिए बुलाए गये हैं। पूरे विश्वास और साहस के साथ हमें मासूमों की जिन्दगी की रक्षा हेतु कदम उठानी चाहिए।
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