2016-12-23 14:58:00

संघर्ष-ग्रस्त उड़ीसा में, क्रिसमस शांतिपूर्ण और खुशी से बीते : महाधर्माध्यक्ष बारवा


 भुवनेश्वर, शुक्रवार 23 दिसम्बर 2016 (एशिया न्यूज) : कटक-भुवनेश्वर के महाधर्माध्यक्ष जोन बारवा और धर्मप्रांत के ख्रीस्तीयों की आशा है कि इस वर्ष संघर्ष-ग्रस्त ओडिशा में क्रिसमस शांतिपूर्ण और खुशी से बीते।

महाधर्माध्यक्ष जोन बारवा ने कहा, ″अभी भी ईसाई विरोधी दंगों और कठिनाइयों के ताजी यादों के बावजूद, 2016 में धर्मसंधीय बुलाहट में वृद्धि हुई, शिक्षा में सुधार हुआ और ख्रीस्तीय संप्रदायों के बीच अधिक एकजुटता देखी गई। इस वर्ष हमने कोलकाता की मदर तेरेसा के संत बनने की खुशी का अनुभव किया। हमने भुवनेश्वर में एक सड़क को उसका नाम देकर उसे सम्मानित किया गया।

क्रिसमस के अवसर पर महाधर्माध्यक्ष जोन बारवा ने महाधर्मप्रांत के सभी विश्वासियों को संदेश में कहा कि क्रिसमस हम मनुष्यों के लिए ईश्वर के अविश्वसनीय रहस्य, आशा और प्रेम की कहानी है। ईश्वर एक छोटे असहाय बालक के रुप में इस धरती पर आये, इससे नबियों की भविष्यवाणी पूरी हुई । उन्होंने हमारे पापों के खातिर मृत्यु को स्वीकार किया जिससे कि हम पापों के बंधनों से मुक्त हो सकें। यह ऐतिहासिक तथ्य पर आधारित मानव मुक्ति का इतिहास है। बालक येसु हम प्रत्येक के दिल में जन्म लें और हमें खुशी प्रदान करें जिससे हम इस खुशी को दूसरों को भी बाँट सकें। 

गौरतलब है कि 24 से 27 दिसंबर 2007 के बीच ख्रीस्तीयों के खिलाफ हुए दंगों में 100 चर्चों और स्कूल एवं हॉस्टल सहित चर्च से जुड़ी संस्थाओं को आग के हवाले कर दिया गया था। इन दंगों में करीब 700 घरों को भी नुकसान पहुंचाया गया था। साल 2008 के अगस्त महीने में उड़ीसा के कंधमाल में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती की हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद ख्रस्तीयों के ख़िलाफ़ हमले में 100 से भी अधिक लोग मारे गए थे और 25 हज़ार से ज़्यादा बेघर हो गए थे।








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