2016-12-23 13:36:00

बाँगला देश का प्रथम कर्डिनल का ख्रीस्त जयंती संदेश


बांगला देश, शुक्रवार, 23 दिसम्बर 2016 (वी आर) क्रिसमस की खुशी लोगों के द्वारा उत्पन्न किये हालातों में नहीं वरन यह हमारे विश्वास में निहित है उक्त बातें बाँगला देश के प्रथम कार्डिनल पैट्रिक डी रोजारियो ने अपने ख्रीस्त जयंती संदेश में कही।

दूरभाष द्वारा वाटिकन रेडियो के रोबिन गोमेज को दिये गये अपने साक्षात्कार में कार्डिनल ने कहा कि मानव के द्वारा उत्पन्न की गई परिस्थितियाँ जहां हम विश्व के कई देशों और प्रान्तों को आतंकवाद, हिंसा, प्रवास और शरणार्थी जैसी समस्याओं से जूझते हुए पाते हैं जो मानवीय जीवन की खुशियों को छीन लेती है। इन परिस्थितियों के बावजूद यह हमारा विश्वास है कि ईश्वर हमारे जीवन में हैं वे हमारे साथ चलते हैं क्योंकि “एम्मानुएल” उनके नाम का अर्थ यही है। 

विश्व के नाम अपने खीस्त जयंती संदेश पर नव नियुक्त कार्डिनल ने संत पापा फ्राँसिस की बातों को उद्भृत करते हुए कहा कि परिवार में प्रेम हमारी खुशी का कारण है। ईश्वर बालक के रुप में नाजरेत के मरियम और योसेफ के परिवार में आते हैं। येसु हमारे परिवारों में भी आते और हमें अपनी खुशी से भर देते हैं। वे हमें प्रेम करने आते हैं और जब हम अपने परिवार में एक दूसरों के साथ इस प्रेम को साझा करते तो हम ख्रीस्त जन्म की सच्ची खुशी को अपने जीवन में अनुभव करते हैं। 

विदित हो कि 19 नबम्बर 2016 को संत पापा फ्रांसिस द्वारा नवनियुक्त 17 नये कार्डिनलों में से एक 73 वर्षीय मन्यवर पैट्रिक डी रोजारियो पवित्र क्रूस धर्मसमाज के पुरोहित हैं जो बाँगला देश और बांगला भाषियों में प्रथम कार्डिनल के रुप में नियुक्त किये गये हैं। वे 1990 से 1995 तक राजशाही के धर्माध्यक्ष रहे और उसके बाद 1995 से 2010 तक चितगोंग के धर्माध्यक्ष का कार्यभार सँभाला। संत पापा बेनेदिक्त 16वें ने उन्हें ढ़ाका के सहायक धर्माध्यक्ष रुप में नियुक्त किया और वर्ष 2011 में उनकी नियुक्ति ढाका के महाधर्माध्यक्ष से रुप में हुई। 








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