2016-12-16 16:51:00

विश्व रोगी दिवस 2017 हेतु संत पापा का संदेश


वाटिकन रेडियो, शुक्रवार, 16 दिसम्बर 2016 (वी.आर) संत पापा फ्राँसिस ने 25वें विश्व रोगी दिवस हेतु अपना संदेश जारी किया जो 11 फरवरी 2017 को लूर्द की माता के पर्व दिवस पर मनाया जायेगा।

उन्होंने कहा कि रोगियों हेतु निर्धारित एक विशेष दिन जहाँ हम उनके लिए अपनी प्रार्थनाएं, अपना समय और अपनी दुःखों को उसके साथ साझा करते हैं जो सन् 1992 में संत पापा जोन पोल द्वितीय के द्वारा स्थापित किया गया है।

संत पापा फ्राँसिस का संदेश लुकस रचित सुसमाचार पर आधारित है जो कहता है, “मैं आश्चर्य अभिभूत हूँ- ईश्वर ने मेरे लिए महान कार्य किये हैं।” (लूका.1, 49) उन्होंने कहा, “यह यादगारी कलीसिया को अपने आध्यात्मिक शक्ति के नवीकरण को प्रेरित करती है जिससे वह अपने आधारभूत प्रेरिताई गरीबों, बीमारों, दुःखियों, परित्यक्त और हाशिये पर पड़े लोगों की सेवा कर सके।”

उन्होंने बीमार भाई-बहनों और उनके परिवारों के साथ अपना सामीप्य प्रदर्शित करते हुए विश्व के उन संस्थानों और लोगों को अपनी कृतज्ञता के भाव अर्पित किये जो स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण सेवाएं दे रहें हैं।

उन्होने कहा, “जो बीमार हैं और जो उनकी सेवा कर रहें हैं आप सब माता मरिया की ओर अपनी नजरें उठायें क्योंकि हमारी कमजोरी और बीमारी ईश्वर के प्रेम की निशानी है जहाँ हम मानव के रूप में अपने जीवन को उनकी इच्छा के अनुरूप समर्पित करने हेतु बुलाये जाते हैं।”

लुर्द में गरीब, अशिक्षित और बीमार बेर्नादेत को माता मरियम का दर्शन हमें इस बात की याद दिलाती हैं कि हम मानव के रुप में हैं और सदैव रहेंगे। बीमारों और कमजोरों के रुप में हमारा एक अलग मानवीय सम्मान और प्रेरितिक जीवन है। अपने संदेश में उन्हें इस बात का जिक्र करते हुए कहा कि पिता ने अपने बेटे “येसु ख्रीस्त में मानव के दुःख तकलीफ और कष्टों को व्यक्त किया है।” येसु का हमारे दुःखों में सहभागी होना ईश्वर की अनंत करुणा को हमारे लिए व्यक्त करता है जहाँ हम जीवन की कठिन परिस्थितियों में भी आशा में बने रहते हैं।

संत पापा ने कहा कि विश्व रोगी दिवस हममें जीवन का सम्मान करते हुए स्वास्थ्य और अच्छे पर्यावरण हेतु कार्य करने की एक नई प्रेरणा जाग्रति करे। 








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