2016-12-08 15:19:00

गुनादाला माता के मरियम तीर्थ पर सभी धर्मों के तीर्थयात्री


विजयवाड़ा, बृहस्पतिवार, 8 दिसम्बर 2016 (एशियान्यूज़): आंध्रप्रदेश के गुनादाला माता के मरियम तीर्थ पर सभी धर्मों के लोग चमत्कार हेतु धन्यवाद देने आते हैं। जहाँ माता मरियम को गैरकाथलिकों द्वारा विशेष सम्मान प्राप्त है जो सालभर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने आते हैं।

गुनादाला माता के मरियम तीर्थ के प्राचार्य फा. विलियम जायाराजू एलेती ने एशियान्यूज़ से कहा, ″यह तीर्थस्थल भारत भर में एक प्रसिद्ध तीर्थस्थल है जहाँ विश्वासी प्राप्त चंगाई, कृपाओं तथा सहायताओं के लिए अपनी कृतज्ञता व्यक्त करने आते हैं।″ 

विजयवाड़ा धर्मप्रांत में अवस्थित गुनादाला माता मरियम तीर्थ की स्थापना विदेशी मिशन हेतु परमधर्मपीठीय मिशनरी पुरोहितों की संस्था (पीमे) द्वारा की गयी है। सन् 1928 में उन्होंने लुर्द की माता मरियम की प्रतिमा को पहाड़ी पर इसलिए स्थापित किया ताकि माता मरियम शहर की रक्षा करे तथा इसे येसु के करीब रखे। वहाँ उन्होंने एक खड़े रास्ते का भी निर्माण किया है जो पहाड़ की चोटी तक ले जाती है जहाँ पवित्र क्रूस स्थापित किया गया है।   

फा. विलियम ने कहा, ″यह स्थल हज़ारों लोगों को हर समय आकर्षित करता है। हम सही संख्या नहीं बता सकते किन्तु हर शनिवार एवं रविवार को तीर्थस्थल श्रद्धालुओं से भर जाता है। वे माता मरियम की प्रतिमा के सामने घुटनी टेकते तथा भक्ति से प्रार्थना करते हैं, विश्वास की प्रतिज्ञा करते तथा अपने एवं पूरे परिवार की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। तीर्थयात्रा का समापन पहाड़ पर क्रूस के सामने होता है।″   

फादर ने बतलाया कि एक दिन एक गैरकाथलिक परिवार उनके पास आया तथा बतलाया कि वे माता मरियम को धन्यवाद देना चाहते हैं क्योंकि उनका एक बच्चा हृदय संबंधी एक गंभीर बीमारी से ग्रस्त था तथा डॉ. ने उसके बचने की आशा छोड़ दी थी किन्तु बच्चा जीवित बच गया। वह उस समय चंगा हो गया जब पूरे परिवार ने माता मरियम से विन्ती करना आरम्भ किया।

लुर्द की इस माता मरियम को काथलिकों, प्रोटेस्टंट, हिन्दूओं तथा मुसलमानों अपनी-अपनी रीति से श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। 








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