2016-12-05 14:39:00

ख्रीस्तीयों के प्रति फिदेल कास्त्रो के दृष्टिकोण में परिवर्तन


हवाना, क्यूबा, सोमवार, 5 दिसम्बर 2016 (सीएनए): क्यूबा के पूर्व राष्ट्रपति फिदेल कास्त्रो के अवशेष को क्यूबा के संतयागो शहर में रविवार को, सेना के एक 21 तोपों की सलामी फायरिंग के साथ दफना दिया गया।

कास्त्रो के अवशेष को सैनिकों ने संतयागो के संत इफिजेनिया कब्रस्थान में लाया जो हवाना से करीब 800 किलो मीटर की दूरी पर स्थित है। हज़ारों लोगों ने सड़क के किनारे खड़े होकर क्यूबा का झंडा लहराते हुए ‘फिदेल जिंदाबाद’ का नारा लगाया। 

फिदेल कास्त्रो सन् 1959 ई. में सत्ता पर आये तथा उन्होंने धीरे-धीरे देश में समाजवाद और नास्तिकतावाद को बढ़ावा दिया।

सन् 1960 ई. में क्यूबा के कई धर्माध्यक्षों ने एक पत्र पर हस्ताक्षर कर कलीसिया द्वारा साम्यवाद के विरोध की पुनः पुष्टि की तथा काथलिकों का अह्वान किया कि वे इसका बहिष्कार करें। जिसके जवाब में सरकार ने काथलिकों की सम्पति को जब्त कर लिया एवं उन्हें गिरफ्तार किया। तब सन् 1969 में उन्होंने क्रिसमस मनाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया। यह प्रतिबंध करीब तीन दशकों तक बना रहा किन्तु सन् 1998 ई. में संत पापा जॉन पौल द्वितीय, उन्हें प्रतिबंध हटाने हेतु राज़ी कराने में सफल रहे।  

वाटिकन इनसाईडर के अनुसार संत पापा जॉन पौल द्वितीय के प्रवक्ता नावार्रो वाल्स ने कहा था, ″मैंने उनको (कास्त्रो) स्पष्ट कर दिया कि अब प्रेरितिक यात्रा की तिथि (संत पापा जोन पौल द्वितीय) 21 जनवरी 1998 को निश्चित कर दी गयी है। यह दिलचस्प होगा यदि यह सफल हो जायेगा। क्यूबा इस बात से अवश्य विस्मित होगा कि फिदेल ने इसमें अपनी सहमति दे दी है।″ 

उन्होंने बतलाया कि लम्बी बातचीत के बाद कास्त्रो ने बड़ी कठिनाई से किन्तु अंततः क्रिसमस मनाने पर प्रतिबंध को हटा दिया और यह क्यूबा में पुनः एक सार्वजनिक अवकाश बन गया है।

 








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