2016-11-19 16:45:00

विमुद्रीकरण के कारण देशभर में परेशानी


नई दिल्ली, शनिवार, 19 नवम्बर 2016 (एशियान्यूज): भारत अपने घुटनों पर है, सर्वोच्च न्यायालय के लिए वास्तविक परेशानी है एवं विपक्ष पार्टियों का विरोध जारी है। यह बात किसी अज्ञात ने एशियान्यूज से कही।

उन्होंने कहा कि देश में 500 एवं 1000 के नोटों के रद्द किये जाने के, प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के निर्णय ने आम जनता का जीवन बेहाल कर दिया है और इससे भी गंभीर बात ये हैं कि बैंक ने 63 बड़े भारतीय व्यापारियों तथा मोदी जी के सभी मित्रों एवं समर्थकों के कर्ज माफ कर दिये हैं जबकि गरीब किसान भूखों मर रहे हैं। भूख और अव्यवस्था के कारण अब तक 50 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।

आम लोगों की स्थिति के बारे बतलाते हुए उन्होंने कहा कि अधिकतर लोग 2000 के नोटों का समर्थन कर रहे हैं किन्तु नोटों को रद्द करने की घोषणा के एक सप्ताह बाद भी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। इस दौरान कई दुखद घटनाएँ भी घट रही हैं, उदाहरणार्थ, एक व्यक्ति बुरी तरह इसलिए पिटा गया क्योंकि उसने पुलिस से सवाल किया कि अधिकारी घंटों कतार में खड़े लोगों के विरूद्ध कटघरा क्यों बनाये हुए हैं।

जानकारी के अनुसार मोदी कई दिनों से सार्वजनिक नहीं हुए हैं जबकि उनके सांसद विपक्ष की शिकायतों को नियंत्रण में करने का प्रयास कर रहे हैं। 

सुप्रीम कोर्ट ने भी सरकार से इस बात के स्पष्टीकरण की माँग की है कि पुराने नोटों को बदलने की सीमा को 4,500 रुपये से कम कर मात्र 2,000 क्यों की गयी है क्योंकि स्थिति गंभीर हो गयी है और दंगे की भी संभावना है।

गरीबों की स्थिति दिन दिन बदतर होती जा रही है। बीजेपी नेता की बेटी के विवाह में करोड़ों के खर्च को लेकर देशभर में आक्रोश की स्थिति है। आम लोगों के पास खाने तक के लिए पैसे नहीं हैं। विवाह रोक दिये गये हैं जबकि राजनीतिक नेता करोडों खर्च कर रहे हैं। 

उधर विपक्ष दल ने भी मोदी का संयुक्त रूप से विरोध करते हुए शिकायत की है कि लोगों की आवश्यकता के अनुसार छोटे मुद्रा पर्याप्त नहीं छापे गये हैं। 








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