2016-11-17 14:55:00

प्रेम द्वारा हम एकता की राह पर आगे बढ़ें


वाटिकन सिटी, बृहस्पिवार, 17 नवम्बर 2016 (वीआर सेदोक): ″बहुत अधिक दुःख के मध्य, जिसके अंत किये जाने की याचना हो रही है, हम ख्रीस्तीयों को प्रत्येक दिन देख रहे हैं जो येसु का अनुसरण करते हुए विनम्रता पूर्वक क्रूस का रास्ता तय कर रहे हैं। उनके साथ एक होकर जिन्होंने क्रूस द्वारा मानव जाति के साथ मेल-मिलाप किया है।″ यह बात संत पापा फ्राँसिस ने बृहस्पतिवार को वाटिकन में पूर्व की अस्सीरियाई कलीसिया के कैथोलिकोस प्रधिधर्माध्यक्ष जॉर्जिस तुवेस तृतीया से कही।

संत पापा ने मध्यपूर्व खासकर, सीरिया और ईराक की याद कर कहा कि हज़ारों निर्दोष बच्चे, महिलाएँ तथा पुरूष, खूनी संघर्ष की भयंकर हिंसा के शिकार हो रहे हैं। इस हिंसक कृत्य को कोई भी प्रयोजन न्यायसंगत नहीं ठहरा सकता है। दुर्भाग्य से, हमारे ख्रीस्तीय भाई बहनें तथा अन्य धर्मों के सदस्य जो अल्पसंख्यक हैं, इस तरह की दैनिक दुःखद घटनाओं के आदी हो चुके हैं।  

संत पापा ने मुलाकात में क्रूसित येसु का विनम्रता पूर्वक अनुसरण करने वाले ख्रीस्तीयों की सराहना करते हुए कहा, ″ये भाई बहनें हमारे लिए आदर्श हैं जो हमें प्रोत्साहन देते हैं कि हम सभी परिस्थितियों में प्रभु के साथ संयुक्त रहें, क्रूस का आलिंगन करें तथा उनके प्रेम पर भरोसा रखें। हमारे विश्वास का केंद्र हमेशा येसु की उपस्थिति हो जो हमें निमंत्रण देते हैं कि मुसीबत में भी हम उनके प्रेम, मेल-मिलाप एवं क्षमाशीलता के संदेश का साक्ष्य देना न छोड़ें। जिसे हमने उन शहीदों द्वारा सीखा है जो आज भी अपने जीवन की कीमत देकर, प्रभु पर विश्वास में दृढ़ बने हुए हैं। उनके साथ हम भलाई द्वारा अच्छाई पर विजय पायें।″

उन्होंने उन भाई बहनों के प्रति कृतज्ञता अर्पित की जो अच्छाई द्वारा बुराई पर विजय पाने के लिए येसु का अनुसरण करते हैं तथा कहा कि शहीदों का रक्त ख्रीस्तीयों की एकता हेतु बीज है।

संत पापा ने पूर्वी कलीसियाओं एवं काथलिक कलीसिया के बीच एकता के लिए ईश्वर को धन्यवाद दिया तथा मध्यपूर्व में शांति के लिए कार्य करने हेतु एकजुटता की आवश्यकता बतलायी। उन्होंने कथोलिकोस प्रधिधर्माध्यक्ष जॉर्जिस तुवेस तृतीया के साथ मुलाकात को सुखद, मूल्यवान एवं शक्तिदायक कहा जिसने ख्रीस्त के शरीरधारण के रहस्य पर विश्वास को एक साथ प्रकट करने का अवसर प्रदान किया।

संत पापा ने आशा व्यक्त की कि काथलिक कलीसिया एवं पूर्व की अस्सीरिया की कलीसिया के बीच ईशशास्त्रीय वार्ता हेतु संयुक्त आयोग की पहल द्वारा एक दिन हमें एक ही वेदी पर पवित्र युखरिस्त बलिदान अर्पित करने का अवसर प्राप्त होगा जो कि पूर्ण एकता का चिन्ह है। 

संत पापा ने एकता में बढ़ने के साथ-साथ, प्रेरिताई में एक साथ होने की आवश्यकता का स्मरण दिलाते हुए कहा कि जहाँ कहीं सम्भव है हम एक साथ सेवा के कार्य हेतु आगे बढ़ें ताकि प्रेम द्वारा हम एकता की राह पर आगे बढ़ सकें। उन्होंने कहा कि बपतिस्मा संस्कार हमारी एकता की आधारशीला है। हम एक ही ख्रीस्त के शरीर के अंग हैं अतः हम आपस में भाई-भाई हैं और इसी विश्वास के साथ हम प्रभु की वेदी की ओर आगे बढ़ें। जो हमें पुनः एक साथ लाता तथा विभाजन एवं घावों को चंगा कर देता है। हम बीते घावों को करुणा द्वारा चंगा किये जाने हेतु प्रभु से प्रार्थना करने में कभी न थकें। 








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