2016-10-01 12:04:00

जॉर्जिया यात्रा का उद्देश्य ऑर्थोडोक्स ख्रीस्तीयों के साथ सम्बन्धों को मज़बूत करना


त्बिलीसी, शनिवार, 01 अक्तूबर सन् 2016 (सेदोक): पश्चिमी एशिया और पूर्वी यूरोप के चौराहे पर स्थित जॉर्जिया की ऑर्थोडोक्स ख्रीस्तीय कलीसिया के साथ सम्बन्धों को मज़बूत करना काथलिक कलीसिया के परमाध्यक्ष सन्त पापा फ्राँसिस की यात्रा के प्रमुख लक्ष्यों में से एक है। 

जॉर्जिया की 45 लाख की कुल आबादी में 84 प्रतिशत जनता जॉर्जियाई ऑरथोडोक्स ख्रीस्तीय धर्मानुयायी है। काथलिक धर्मानुयायियों की संख्या देश में एक प्रतिशत से भी कम है। 

शुक्रवार को त्बिलीसी के हवाई अड्डे पर सन्त पापा का स्वागत करने के उपरान्त जॉर्जियाई ऑरथोडोक्स कलीसिया के प्राधिधर्माध्यक्ष इलिया द्वितीय ने त्बिलीसी की प्राधिधर्माध्यक्षीय पीठ में जॉर्जिया के समस्त लोगों की ओर से सन्त पापा का भावपूर्ण अभिवादन करते हुए कहा, "प्रभु ईश्वर रोम की काथलिक कलीसिया को आशीर्वाद दे"।

त्बिलीसी के हवाई अड्डे पर रूढ़िवादी ऑरथोडोक्स ख्रीस्तीयों के एक छोटे से दल ने विरोध प्रदर्शन किया किन्तु इसका सन्त पापा फ्राँसिस एवं ऑरथोडक्स ख्रीस्तीय धर्मगुरु प्राधिधर्माध्यक्ष इलिया द्वितीय के बीच मुलाकात पर कोई असर नहीं पड़ा। प्राधिधर्माध्यक्ष इलिया द्वितीय ने सन्त पापा का हार्दिक स्वागत करते हुए उन्हें "प्रिय भाई" और "महामहिम" कहकर सम्बोधित किया। 

प्राधिधर्माध्यक्षीय पीठ में ऑरथोडक्स ख्रीस्तीय धर्मगुरु प्राधिधर्माध्यक्ष इलिया द्वितीय के नेतृत्व में उपस्थित शिष्ठमण्डल के सदस्यों एवं विश्वासियों को सम्बोधित कर सन्त पापा ने कहा, "वाटिकन में अपनी ऐतिहासिक भेंट द्वारा जॉर्जिया के प्राधिधर्माध्यक्ष ने जॉर्जियाई ऑरथोडोक्स कलीसिया एवं सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया के बीच सम्बन्धों का एक नया अध्याय खोला है। उस अवसर पर रोम के धर्माध्यक्ष के साथ आपने शांति के चुम्बन का आदान-प्रदान कर परस्पर प्रार्थनाओं में याद करने का प्रण किया था। इस तरह, हमारे समुदायों के बीच पहली शताब्दी से बने सार्थक सम्बन्ध को मज़बूती मिली है।"

वर्तमान विश्व में व्याप्त संकट के सन्दर्भ में सन्त पापा ने कहा, "अब, ईश्वर की इच्छा हुई कि हम दया, एकता एवं शांति के लिये प्यासे विश्व में एक बार फिर मिले ताकि हम मानव जाति के कल्याण हेतु हमारे बीच विद्यमान सम्बन्धों को और अधिक मज़बूत कर सकें। प्रेरितवर सन्त अन्द्रेयस के प्रचार-प्रसार कार्यों पर निर्मित जॉर्जिया की कलीसिया तथा प्रेरितवर सन्त पेत्रुस के सुसमाचारी साक्ष्य एवं शहादत पर निर्मित रोम की काथलिक कलीसिया को आज, प्रभु येसु के नाम पर एवं उनकी महिमा के लिये, स्वतः को नवीकृत करने की कृपा मिली है।"

ऑर्थोडोक्स ख्रीस्तीयों एवं काथलिक धर्मानुयायियों के बीच पूर्ण एकता का आह्वान कर सन्त पापा ने आर्त निवेदन कर कहा, "प्रिय भाई, एक बार फिर हम येसु की दृष्टि हमपर पड़ने दें। एक बार फिर हम उनकी बुलाहट के आकर्षण को महसूस करें तथा उन सब बातों को पीछे छोड़ दें जो हमें  एक साथ मिलकर मुक्तिदाता प्रभु येसु ख्रीस्त की उपस्थिति की उदघोषणा करने से रोकती हैं।"        

सभी पूर्वाग्रहों से मुक्त रहकर सुसमाचार का प्रचार करने तथा ईश्वर की असीम भलाई के प्रति उदार रहने का परामर्श देते हुए सन्त पापा ने कहा, "कठिनाइयों को बाधाएँ न माना जाये अपितु ईश्वर की महिमा एवं धरती पर शांति की सेवा के लिये एक दूसरे को समझने, आस्था के महत्वपूर्ण बीज को साझा करने, एक दूसरे के लिये प्रार्थनाओं को सघन करने तथा प्रेरितिक उदारता के साथ परस्पर सहयोग करने का प्रेरक समझा जाये।"

प्राधिधर्माध्यक्षीय पीठ में सन्त पापा फ्राँसिस तथा प्राधिधर्माध्यक्ष इलिया के बीच उपहारों का आदान प्रदान हुआ। इस अवसर पर सन्त पापा ने जॉर्जिया की सम्पूर्ण ऑरथोडोक्स कलीसिया पर ईश्वर की आशीष की मंगलकामना की तथा शुभकामना व्यक्त की कि जॉर्जिया के सभी लोग स्वतंत्रता एवं शांति के पथ पर अनवरत आगे बढ़ते रहेंगे।








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