2016-09-16 15:50:00

मदर तेरेसा के पद चिन्हों पर चलने हेतु तीन महाविद्यालयों का समर्पण


गोहाटी, वाटिकन रेडियो, 15 सितम्बर 2016, (वी आर) उत्तरपूर्वी भारत ने तीन महाविद्यालयों ने कोलकता की संत तेरेसा के आदर्शों को जीवित रखते हुए सामाजिक मुद्दों पर ध्यान रखते हुए गरीबों और जरुरतमंद लोगों की सेवा करने का प्रण किया है। उक्त बातें असम राज्य स्थिति डॉन बोस्को महाविद्यालय संचार विभाग में कार्यरत स्लेशियन धर्मसमाज के पुरोहित सी. एम. पौल ने वाटिकन फीदेस समाचार को भेजे गये अपने संदेश में कही।

उन्होंने कहा, “यह एक प्रशंसनीय पहल है। उनकी मृत्यु के 20 वर्षों उपरान्त भी उनके आदर्श न केवल महाविद्यालय के युवाओं को वरन् शिक्षाविद् को भी प्रेरित करते हैं जिसे उन्होंने मानवता की सेवा हेतु किया।” असम राज्य के तीन महाविद्यालय उनके कदमों में चलते हुए सामाजिक सेवा के कार्य करना चाहते हैं जिनमें गोहाटी, दिबुरुगढ़ और कोटन राज्य महाविद्यालय प्रमुख हैं। उन्होंने कहा कि मदर तेरेसा के कार्य और सेवा के आदर्श से समाज अभिभूत है। “हम कुछ सामाजिक परियोजनाओं का विस्तार कर रहें हैं जो विद्यार्थियों को इसमें संलग्न करेगा।” उक्त बातें गोहाटी महाविद्यालय के सह-कुलपति मृदुल हजारिका ने कही। दिबुरूगढ़ के सह-कुलपति कुमार अलाक बुरागोहाई ने कहा, “हम मदर तेरेसा के कार्य से प्रेरित हैं अतः प्रशिक्षण संस्था को उनसे प्रेरणा लेते हुए समाज हेतु कार्य करने की जरूरत है। जबकि कोटन राज्य महाविद्यालय के सह-कुलपति दरूबा ज्योति ने कहा, “विद्यार्थियों में समाज सेवा कार्यों के प्रति जागरूकता लाना और इसके लिए उन्हें प्रोत्साहित करना अनिवार्य है क्योंकि यह उन्हें सामाजिक दायित्व में बढ़ने हेतु मदद करता है।”








All the contents on this site are copyrighted ©.