2016-09-09 16:36:00

मदर तेरेसा भारत और यूरोप के बीच एक सेतुः बसाई के धर्माध्यक्ष


भारतः वाटिकन रेडियो, शुक्रवार 09 सितम्बर 2016 (वी आर) “मदर तेरेसा भारत और यूरोप के लोगों के बीच सेतु के सामान है।” उक्त बातें बसाई के महाधर्माध्यक्ष फेलिक्स मकदो ने अपने धर्मप्रान्त में कोलकता की संत मदर तेरेसा के नाम समर्पित एक गिरजाघर के उद्घाटन के दौरान कही।

उन्होंने संत तेरेसा के जीवन में पवित्रता और गरीबों की सेवा हेतु उनके जीवन समर्पण की प्रशंसा करते हुए वाटिकन फीदेस समाचार से कहा, “भारत के इतिहास में यह प्रथम अवसर है जब एक धर्माध्यक्ष को अधिकारिक तौर पर प्रतिनिधि के रुप में वाटिकन के कार्यक्रम में सम्मिलित होने का निमंत्रण दिया गया था।” उक्त टिप्पाणी उन्होंने धर्माध्यक्ष थोयोदोर मस्कारीन्हस के संदर्भ में कही। महाधर्माध्यक्ष ने कहा, “यह हमारे देश के विकास की बात बयाँ करती है जहाँ हमें एकजुट होकर सभी धर्मों के लोगों हेतु कार्य करने की जरूरत है।”

उन्होंने कहा, “संत में जन सामान्य लोगों ईश्वर के रुप को देखते हैं।” उन्होंने जोर देते हुए कहा कोलकाता की संत तेरेसा ईश्वर की अवतार थी। उन्होंने जीवन में येसु को महत्व दिया जिनका अनुसरण करने हेतु उन्होंने अपना सब कुछ त्याग दिया और गलियों में जाकर गरीबों से गरीब लोगों की सेवा की। वह करुणा के जयन्ती वर्ष की विशेष संत हैं क्योंकि उन्होंने ईश्वर के करुणामय कामों को सम्पादित किया। वह ग़रीबों, परित्यक्त और दीन-हीन लोगों के लिए ईश्वरीय करुणा की निशानी बन गयीं।








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