2016-09-06 11:36:00

हड़ताली श्रमिकों को कलीसियाई अधिकारियों का मिला समर्थन


नई दिल्ली, मंगलवार, 6 सितम्बर 2016 (ऊका समाचार): भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के श्रम सम्बन्धी कार्यालय ने श्रम संगठनों के नेतृत्व में, 02 सितम्बर को, राष्ट्रव्यापी स्तर पर आयोजित, 24 घण्टों वाली हड़ताल को समर्थन दिया जिसमें बेहतर वेतन की मांग की गई तथा केन्द्रीय सरकार की "श्रम विरोधी" नीतियों का विरोध किया गया।  

यह दूसरी राष्ट्रव्यापी हड़ताल थी जो साम्यवादी पार्टी तथा विपक्षी काँग्रेस पार्टी के साथ संलग्न श्रम संगठनों के नेतृत्व में आयोजित की गई थी।

भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के फादर जैसन वाद्दासेर्री ने, नई दिल्ली में, हड़ताल के दिन ऊका समाचार से कहा, "यह एक वास्तविक और सकारात्मक कदम है तथा कलीसिया इस हड़ताल का समर्थन करती है।"

उन्होंने कहा कि कलीसिया इसलिये हड़ताल का समर्थन करती है क्योंकि "हम भी न्यूनतम वेतन तथा सामाजिक सुरक्षा की वकालात कर रहे हैं जो इस समय सभी वर्गों के श्रमिकों को उपलब्ध नहीं है।"

उन्होंने कहा, "ऐसा प्रतीत होता है कि मोदी सरकार पूँजीवाद की समर्थक है तथा श्रम के हित की रक्षा करने में उसकी कोई दिलचस्पी नहीं है।"   

श्रम संगठनों के अनुसार, इस वर्ष की हड़ताल को 18 करोड़ श्रमिकों का समर्थन मिला जबकि विगत वर्ष की हड़ताल में 14 करोड़ श्रमिकों ने भाग लिया था।








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