2016-08-27 16:38:00

वियेतनामी और फिलीपींनी लोगों ने मनिला में शांति हेतु प्रार्थना की


मनिला, शनिवार, 27 अगस्त 2016 (एशियान्यूज़): मनिला में 600 से अधिक फिलीपींनी एवं वियेतनामी लोगों ने अपनी मांग को रखते हुए प्रदर्शन किया कि चीन, हेग के स्थाई मध्यस्थता न्यायालय के निर्णय का सम्मान करे तथा दक्षिण चीन सागर के पानी में अपनी आक्रामक रवैया बदलें।

शांतिपूर्ण इस प्रदर्शन में फीलिपींस के 7 पुरोहितों ने हिस्सा लिया जिन्होंने प्रदर्शनकर्ताओं के साथ ख्रीस्तयाग अर्पित किया तथा जल विवाद में शांति हेतु प्रार्थना की।

दक्षिण चीन सागर में विवाद दशकों पुराना है तथा यह चीन द्वारा सागर के बड़े हिस्से पर कब्जा का दावा करने के कारण उत्पन्न हुआ है। विवाद में स्प्रैटली और पार्सेल आइलैंड्स आते हैं। उसी क्षेत्र में वियेतनाम, ताईवान, फिलीपींस, ब्रुनेई तथा मनेशिया आदि देशों में कब्जा किये जाने का दावा है।

12 जुलाई को स्थाई मध्यस्थता न्यायालय ने सागर नियम के तहत चीन द्वारा आईलैंड पर कब्जा को गलत बताया था किन्तु बीजिंग ने कहा कि वह असफल अदालत के निर्णय का सम्मान नहीं करती है।

इस सप्ताह के सोमवार से बुधवार तक  चीन ने वियतनाम की उत्तरी खाड़ी में सैन्य अभ्यास का आयोजन किया जो वियतनाम के समुद्री संप्रभुता का उल्लंघन है। चीन के राष्ट्रीय समुद्री प्रशासन ने सैन्य अभ्यास के कारण सभी नावों, जहाजों तथा मछवारों को वहाँ प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगा दिया है।

वियेतनाम सरकार ने कहा कि कानूनी आधार पर उस क्षेत्र पर उनका पूरा अधिकार है। उन्होंने कहा कि वियेतनाम की अनुमति के बिना पार्सेल और स्प्राटलेस टापूओं में किसी भी देश की कोई भी गतिविधि अवैध और व्यर्थ है।

स्थाई मध्यस्थता न्यायालय हेग के निर्णय की अवज्ञा करते हुए मध्य जुलाई में चीन ने फिलीपींस के विदेश मंत्री से सम्पर्क कर मध्यस्थता की अवहेलना करने की बात कही थी जिसको मनिला ने अस्वीकार कर दिया था। 








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