वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 25 अगस्त 2016 (वीआर सेदोक): वाटिकन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वे युद्ध अपराधों और मानवता के खिलाफ अपराधों के लिए प्रयुक्त अत्यंत शक्तिशाली पारंपरिक हथियारों को शामिल करने के लिए ‘सामूहिक विनाश के हथियार' की परिभाषा का विस्तार करे।
अमरीका के लिए वाटिकन पर्यवेक्षक महाधर्माध्यक्ष बेर्नादेतो औजा ने कहा, ″पारंम्परिक हथियार कम से कम पारम्परिक होते जा रहे हैं जब तकनीकी प्रगति में विकास की नष्ट करने की शक्ति का स्तर सामूहिक विनाश के हथियार के स्तर तक पहुँच चुका है।″
वाटिकन पर्यवेक्षक मंगलवार को सामूहिक विनाश के हथियारों के प्रसार पर सुरक्षा समिति के एक खुले विवाद पर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि यही कारण है कि संत पापा की सिफारिश है कि सामूहिक विनाश के हथियारों पर बहस को, परमाणु, रासायनिक, जैविक एवं रेडियोलॉजिकल जैसे पारस्परिक श्रेणी के हथियारों के ऊपर जाना चाहिए ताकि शक्तिशाली पारंपरिक हथियारों को शामिल किया जा सके।
उन्होंने कहा, ″सैन्य बल, विद्रोही, आतंकवादी और चरमपंथी समूह अधिकतर शक्तिशाली पारंपरिक हथियारों का प्रयाग करते हैं तथा नागरिक प्रतिरक्षा, भेदभाव और समानता के प्रति कम ध्यान देते हैं।
महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि हज़ारों शरणार्थियों एवं विस्थापित लोगों ने इस सभा को एक महत्वपूर्ण संदेश भेजा है कि वे या तो भागना है अथवा मर जाना है क्योंकि उनका शहर एवं समुदाय पूरी तरह नष्ट हो चुका है परमाणु, रासायनिक या जैविक हथियारों द्वारा नहीं किन्तु शक्तिशाली पारम्परिक हथियारों द्वारा।
उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि सामूहिक विनाश के हथियारों पर प्रतिबंध लगाने की दिशा में हर कदम एक बेहतर दुनिया प्राप्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
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