वाटिकन सिटी, सोमवार, 22 अगस्त 2016 (वीआर सेदोक): नाईजीरिया के ख्रीस्तीयों एवं मुसलमानों ने 19 अगस्त को अंतरधार्मिक शांति एवं सौहार्द के अंतरराष्ट्रीय केंद्र का उद्घाटन किया।
अंतरराष्ट्रीय केंद्र कदूना में स्थित है जहाँ विगत तीन दशकों में विभिन्न संघर्षों के कारण 20,000 से अधिक लोगों की मौत हो गयी है। नाईजीरिया में अंतरधार्मिक प्रयासों की बढ़ती के बीच, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय नीति निर्माण को सूचित करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से आपसी संबंधों के दस्तावेज़ हेतु इस नये केंद्र की एक अहम भूमिका होगी।
नाईजीरिया के प्रमुख स्थानीय संगठन ‘नाईजीरिया के लिए ख्रीस्तीय समिति तथा जामा अतू नसरिल इस्लाम के संयुक्त प्रयास से इस केंद्र को खोला गया है। केंद्र खोलने हेतु प्रस्ताव अबुजा में 2014 में सलाहकारी मंच द्वारा किया गया था जिसमें करीब 40 मुसलमान एवं ख्रीस्तीय नेता शामिल हुए थे।
केंद्र के उद्घाटन के अवसर पर इसके कई समर्थकों की भी याद की गयी जिनमें प्रमुख हैं, अफ्रीकी कलीसिया के महाधर्माध्यक्ष एवं नाईजीरियाई ख्रीस्तीय समिति के अध्यक्ष डॉ. एम्मानुएल जोसियाह यूडोफिया, सोकोतो के सूलतान सादू अबूबकर तथा जामातू नासरिल इस्लाम के महासचिव डॉ. कलिद अलियू।
कदूना के राज्यपाल मलम नसिर एल रूफाई ने आधिकारिक रूप से नाईजीरिया के ख्रीस्तीयों एवं मुसलमानों ने अंतरधार्मिक शांति एवं सौहर्द के अंतरराष्ट्रीय केंद्र का उद्घाटन किया। उन्होंने उन ख्रीस्तीय एवं मुसलमान धार्मिक नेताओं के व्यवहार की आलोचना की जिनके द्वारा अंतरधार्मिक शांति को बाधा पहुँचती है तथा इस केंद्र द्वारा ख्रीस्तीय एवं मुसलमानों के साथ मिलकर अधिक प्रभावशाली ढंग से कार्य करने में समर्थन देने की प्रसन्नता जतायी।
अबूबकर ने भी केंद्र को अपना समर्थन देने का आश्वासन दिया तथा कहा कि ईश्वर किस तरह नाईजीरिया में धार्मिक विविधता चाहते हैं।
ओनाईयेकिन की उम्मीद है कि केंद्र संघर्ष के समाधान ढ़ँढ़ने हेतु विश्व के अन्य हिस्सों के लिए भी एक आदर्श बन जायेगा। कलीसियाओं की विश्व समिति के महासचिव डॉ. ओलाव फैक्स तवेईत ने उद्घाटन समारोह को दिए अपने संदेश में कहा, ″हम मुसलमान एवं ख्रीस्तीय, यहाँ तीर्थयात्री के रूप में आये हैं ताकि न्याय एवं शांति हेतु ईश्वर की इच्छा को पहचान सकें।″
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