2016-08-20 16:28:00

मदर तेरेसा ने मेरे जीवन को बदला, धर्माध्यक्ष जोसेफ


फैसलाबाद, शनिवार, 20 अगस्त 2016 (एशियान्यूज): ″ठीक है आप एक पुरोहित बन रहे हैं किन्तु याद रखें कि हमें सिर्फ एक पुरोहित नहीं, एक अच्छे पुरोहित की आवश्यकता है।″ यह बात धन्य मदर तेरेसा ने फा. जोसेफ अर्सद के पुरोहिताभिषेक के एक सप्ताह पर्व कही थी जो आज फैसलाबाद के धर्माध्यक्ष हैं।  

मान्यवर धर्माध्यक्ष जोसेफ अर्सद ने एशियान्यूज को जानकारी दी कि वे अपने जीवन में तथा पाकिस्तान में भावी संत के योगदान की याद करते हैं। सन् 1991 ई. में जब मदर तेरेसा पहली बार इस्लामिक रिपब्लिक गयीं थीं, उनके पुरोहिताभिषेक के कुछ ही दिन रह गये थे। उन्होंने उन्हें बड़ी खुशी से अपने पुरोहिताभिषेक के बारे बताया था। तब मदर ने सलाह देते हुए अपनी छोटी झोली से माता मरियम की एक तस्वीर उन्हें भेंट की थी। जिसको वे अपने जीवन में लागू करने का भरपूर प्रयास करते हैं। पाकिस्तान की यात्रा में उन्होंने लाहौर के संत मेरी गुरूकुल का दौरा किया था तथा मिशनरीस ऑफ चैरिटी के लिए ‘प्रेम का गृह’ नामक एक घर खोला था। वहीं उन्होंने एक बड़ी सभा को सम्बोधित भी किया था।

धर्माध्यक्ष ने कहा कि मुसलमान भी उनसे प्रेम करते हैं। वे हमेशा उनका सम्मान करते तथा उनके परोपकार के कार्य से प्रेरणा प्राप्त करते हैं।  

उन्होंने कहा कि इस तरह की पहचान एवं प्रेम कोई संयोग की बात नहीं है। मदर तेरेसा ने हमें मानवता की सेवा करने एवं उसके लिए समय देना सिखाया है जो हमारे लिए जीवित उदाहरण हैं। उन्होंने इस बात का आदर्श प्रस्तुत किया है कि यदि हम ईश्वर से प्रेम करते हैं तो हमें लोगों को भी बिना शर्त प्यार करना चाहिए।

धर्माध्यक्ष जोसेफ प्रथम पाकिस्तानी हैं जिन्हें वाटिकन में राजनयिक सेवा देने का अवसर प्राप्त  है। उन्होंने कहा कि जब कभी मैं विदेश यात्रा पर जाता हूँ मैं हमेशा किसी चैरिटी कॉन्वेट का दौरा करने का प्रयास करता हूँ क्योंकि वहाँ मुझे शांति का अनुभव होता है, यह मुझे ईश्वर के करीब होने का एहसास देता है।

धन्य मदर तेरेसा की संत घोषणा 4 सितम्बर को वाटिकन स्थित संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में सम्पन्न होगा। धर्माध्यक्ष ने जानकारी दी कि वे 11 सितम्बर को फैसलाबाद धर्मप्रांत में कार्यरत मिशनरीस ऑफ चैरिटी धर्मबहनों से मुलाकात करेंगे तथा नये संत के सम्मान में फैसलाबाद के संत पेत्रुस एवं पौलुस महागिरजाघर में ख्रीस्तयाग अर्पित करेंगे।








All the contents on this site are copyrighted ©.