2016-08-19 15:20:00

महिला की मृत्यु का राज छिपाने के जुर्म में धर्माध्यक्ष संग तीन पुरोहितों को हिरासत


कोयम्बटुरः शुक्रवार 19 अगस्त 2016 (उकान न्युज) पालाक्कोड पुलिस ने 12 अगस्त को कोयम्बटुर के धर्माध्यक्ष थोमस अक्वीनस और उनके साथ तीन अन्य पुरोहितों को तीन साल पहले पल्ली परिसर में एक महिला की मृत्यु का राज छिपाने के जुर्म में हिरासत में लिया और उनका बयान दर्ज करते हुए उन्हें रिहा कर दिया है।

विदित हो कि कोयम्बटुर निवासी 19 वर्षीय फातीमा सोफिया की मृत्यु 13 जुलाई 2013 को केरल के चन्द्रपुरम पालाक्कोड जिले में हो गई थी। उस समय पल्ली पुरोहित के रुप में कार्यरत फादर आरोक्याराज को लड़की की मृत्यु के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।

भारतीय दण्ड धारा 201 के तहत साक्ष्य को नष्ट करने तथा झूठी सूचना देने और धारा 202 के तहत जान बूझकर मामला को छुपाने के जुर्म में धर्माध्यक्ष के साथ तीन अन्य पुरोहितों कुलनाथ राज, मुदालाई मुथु और लौरेन्स मेलक्योर को पुलिस ने हिरासत में लिया।

इस साल के मई महीने में पालाक्कोड जिला न्यायालय ने पुलिस को यह फरमान जारी किया कि वे धर्माध्यक्ष और तीन अन्य पुरोहितों पर अपराधिक मामले के संबंध और रहस्यों को दबाने की तहक़ीक़ात करें।

इस मामले के सिलसिले में दुबारा छानबीन उस समय शुरू की गई जब मृत की माँ शांति रोसलिन को न्यायालय की ओर से अगली छानबीन की अनुमति मिली। पुलिस ने इस मामले को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि रोफिया ने खुदकुशी की है क्योंकि उसके शरीर को फाँसी पर लटकते पाया गया था, लेकिन मृतक की माँ रोसलिन ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी के साथ एक पुरोहित ओरोक्याराज ने यौवन शोषण किया था।

कोयम्बटुर धर्माप्रान्त के प्रधिधर्माध्यक्ष फादर जोन जोसेफ स्टेन ने कहा कि उन्होंने पुरोहित ओरोक्याराज को पुरोहिताई से बरखास्त कर दिया है लेकिन यह न्यायालय पर निर्भर करता है कि मामले को हत्या के रुप में प्रमाणित करें। 








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