2016-08-17 15:57:00

संत पापा फ्राँसिस: संस्कृतियों के बीच संवाद हेतु प्रवासियों के लिए एक अवसर


वाटिकन सिटी, बुधवार 17 अगस्त 2016 ( वीआर सेदोक) :  संत पापा फ्राँसिस ने गत सप्ताह के अंत में इटली के उजेनतो एस. लुचेया की मरिया में हो रहे सम्मेलन में यूरोप तथा भूमध्य की सीमा से लगे देशों  से आये युवा लोगों को प्रोत्साहित किया जो एक घोषणापत्र तैयार करने के लिए एकत्रित थे जिसकी मदद से भूमध्यसागर को "मौत का समुद्र" बनने से रोका जा सकेगा।

वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पियेत्रो परोलीन ने संत पापा फ्राँसिस की ओर से सम्मेलन के प्रतिभागियों को “आतिथ्य और एकजुटता की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए एक नए सिरे से प्रतिबद्धता की कामना की, और इस तरह से लोगों के बीच शांति और भाईचारे को बढ़ावा मिलेगा।"

अपने संदेश में संत पापा ने बैठक में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि यह सम्मेलन इतने सारे प्रवासी भाइयों और बहनों के मानवीय विकास के अवसर पर विचार करने, विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों के बीच संवाद के अवसर और दया के सुसमाचार की गवाही देने का एक अवसर हो।

रविवार को सभा के समापन पर लुचेया घोषणापत्र जारी किया गया जिसमें प्रतिभागियों ने भूमध्यसागर के तटीय देशों को एक साथ लाने के लिए पुलों को जोड़ने, संरक्षित करने और फिर से संगठित करने की इच्छा प्रकट करते हुए प्रण किया।








All the contents on this site are copyrighted ©.