2016-08-10 14:40:00

श्रोताओं के पत्र


पत्र- 27 जुलाई के कार्यक्रम में संत पापा फ्राँसिस के विश्व पत्र और मेरे प्रभु आपकी स्तुति हो, भक्तिगीत सुना। वाकई में हमारे जीवन पर हमारा हक नहीं है ये जीवन ईश्वर का दान है। ये हमारी कमाई नहीं है। हमने सृष्टि की देखरेख में बहुत कोताही बरती है। हम सृष्टि के रक्षकों ने सृष्टि को क्षति पहुँचायी है। जंगलों की अंधाधुध कटाई की है। संत पापा का पत्र हमें सृष्टि की रक्षा के लिए प्रेरित कर रहा है। हमें भी संत फ्राँसिस असीसी की तरह पशु पक्षियों से बात करनी होगी। हमें भी सृष्टि को अपना परिवार समझना होगा, सूरज को अपना भाई और चंद्रमा को बहन मानना होगा। हम से नाराज सृष्टि को मनाना होगा। ये सब संत पापा की लाभदायक बातें हैं।

मुशरफ हुसाईन ईरानी।

पत्र- 1.8.16

प्रभु यीशु के पवित्र नाम में नमस्कार! मैं वाटिकन रेडियो का बहुत पुराना श्रोता हूँ परन्तु बिजनेस के कार्य में व्यस्त होने के कारण नियमित रूप से नहीं सुन पाता परन्तु वाटिकन भारती पत्रिका नियमित रूप से मिल रही है! जिसके द्वारा अनेक प्रकार की महत्वपूर्ण जानकारी भी मिल रही है इसके लिए आप धन्यवाद् के पात्र है हमारे क्लब के लिए कैलेंडर डायरी इत्यादि अन्य मुद्रित सामग्री समय-समय पर भेजने की कृपा करें!

राधे श्याम शर्मा, संयुक्त सिरसा श्रोता क्लब के अध्यक्ष, हांड़ी खेड़ा, हरियाणा।

पत्र- 8.8.16

सप्रेम शुभकामनाएँ। आशा है आपको मैं याद हूँ, मेरे पास आपके नये कार्यक्रम सूची और फ़्रिक्वेन्सी सूचना नहीं है। क्या आप मुझे ये सब पोस्ट कर देंगे? समय निकाल कर मैं आपको सुनने कि कोशिश करता रहूँगा। शायद आपको पता होगा मैं भी एक रेडियो स्टेशन से जुडा हुआ हूँ। मैं रोज उड़िया भाषा में 4 करोड़ से ज्यादा लोगों के पास अपने रेडियो कार्यक्रमों के जरिये पहुँचता हूँ। आपसे उत्तर मिला तो आगे भी पत्र व्यवहार जारी रहेगा। ईश्वर आप सभी मित्रों को खुश रखे।

सुब्रत कुमार पति, रसुलगड़ शिल्पाचल, भुवनेश्वर। 








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