2016-08-09 11:26:00

हिरोशिमा में बम विस्फोट की बरसी पर वाटिकन ने प्रकाशित किया संदेश


वाटिकन सिटी, मंगलवार, 9 अगस्त 2016 (सेदोक): जापान के हिरोशिमा नगर पर बम विस्फोट की 71 वीं बरसी के उपलक्ष्य में वाटिकन स्थित न्याय एवं शांति सम्बन्धी परमधर्मपीठीय परिषद ने एक सन्देश प्रेषित कर युद्ध एवं आतंकवाद के बहिष्कार का आह्वान किया है। 

06 अगस्त सन् 1945 ई. की सुबह को अमेरिकी वायु सेना ने जापान के हिरोशिमा पर "लिटिल बॉय" नामक परमाणु बम गिराया था जिसमें 140,000 लोगों की मौत हो गई थी।

वाटिकन के समाचार पत्र लोस्सरवातोरे रोमानो में हिरोशिमा बमबारी की बरसी पर प्रकाशित  सन्देश में सन्त पापा पौल षष्टम द्वारा सन् 1965 ई. के चार अगस्त को संयुक्त राष्ट्र संघ की आम सभा में कहे शब्दों को दुहराया गया: "एक दूसरे के विरुद्ध अब कभी नहीं, युद्ध अब और कभी नहीं।"

06 अगस्त को हिरोशिमा के विनाश की बरसी पर जापान की कलीसिया द्वारा आयोजित समारोहों में सन्त पापा पौल षष्टम के शब्दों को दुहराया गया तथा न्याय एवं शांति सम्बन्धी परमधर्मपीठीय परिषद के अध्यक्ष कार्डिनल पौल टर्कसन द्वारा प्रेषित सन्देश पढ़ा गया।

हिरोशिमा पर बमबारी की बरसी के उपलक्ष्य में टोकियो में "सभी धर्म शांति के लिये" शीर्षक के अन्तर्गत दो दिवसीय सम्मेलन का भी आयोजन किया गया था जिसमें ख्रीस्तीय एवं बौद्ध धर्मों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सम्मेलन का समापन 06 अगस्त को हिरोशिमा के काथलिक महागिरजागर में ख्रीस्तयाग समारोह से किया गया।

प्रेम एवं दया के सुसमाचारी मूल्यों को रेखांकित करते हुए वाटिकन के सन्देश में कहा गया कि हिरोशिमा बम विस्फोट की त्रासदी परमाणु हथियारों एवं युद्धों की निर्थकता पर मनन-चिन्तन का अद्वीतीय अवसर है तथा सम्पूर्ण विश्व में हिंसा एवं आतंकवाद के बहिष्कार की अत्यावश्यकता पर बल देती है।

सन्देश में सन्त पापा फ्राँसिस द्वारा घोषित करुणा को समर्पित वर्ष का स्मरण दिलाया गया और कहा गया कि प्रभु ईश्वर दयालु ईश्वर हैं तथा उनका प्रेम असीम है, उनकी दया और कृपा को याद करते हुए प्रत्येक व्यक्ति हिंसा, आतंकवाद और युद्ध का बहिष्कार करे तथा न्याय एवं शांति की मंगलकामना करे।








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