2016-08-05 16:47:00

बाईबल का अध्ययन सबों को क्षमा का पाठ पढ़ाता है


नागपुरः शुक्रवार, 05 जुलाई 2016 (फीदेस) करुणा की जयन्ती वर्ष में काथलीक संचार केन्द्र (सीआईसी) द्वारा संचालित बाईबल का अध्ययन सभी धर्मों के लोगों को क्षमा का पाठ पढ़ता है उक्त बातें एक बौध धर्म से ईसाई धर्म को अपनायी सुषमा सूर्यवंशी ने कही।

उन्होंने कहा, “यह मुझे उन लोगों को क्षमा प्रदान करने में साहस प्रदान करता है जिन्होंने मुझे चोट पहुंचाया है।” फीदेस समाचार को दिये गये संदेश में उन्होंने कहा, “येसु के प्रतिरूप की उत्तम समझ मुझे अपने पति को क्षमा करने और उन्हें अधिक प्रेम करने में मदद करता है यद्यपि वे नशे के शिकार हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि येसु के द्वारा मुझे लोगों के क्षमा करने की शक्ति मिलती हैं जो मेरी शिकायत अनुचित रुप से करते हैं।

सीआईसी के लोगों ने अन्यों को भी बाईबल का अध्ययन करने हेतु प्रोत्साहित करते हुए कहा कि यह धर्मग्रंथ सदियों पहले लिखी गई है लेकिन इसके पद वर्तमान समय में भी खुशहाल जीवन जीने हेतु सारगर्भित हैं।

नागपुर महाधर्मप्रान्त के महाधर्माध्यक्ष वीरूथाकुलंगरा आब्रहम ने भी लोगों को बाईबल के पठन-पाठन हेतु प्रेरित करते हुए कहा कि यह हमें मानवीय जीवन के सार को समझने और जीने में मदद करता है। उन्होंने संत पौल की धर्मबहनों के साथ मिलकर लोकधर्मियों को इसके अध्ययन हेतु बढ़ावा दिया है। संत पौल धर्मसमाज की एक धर्मबहन  सुमन तिग्गा ने कहा, “एक वर्ष के प्रेरित कार्य में सीआईसी ने बहुत सारे लोगों के साथ अपना संबंध स्थापित करते हुए अन्तर धार्मिक विश्वासियों हेतु प्रार्थना सभा का आयोजन बच्चों, वयस्कों और प्रचारकों के लिए किया है।”








All the contents on this site are copyrighted ©.