क्राकोव, शुक्रवार 29 जुलाई 2016 (वीआर सेदोक) : संत पापा फाँसिस ने शुक्रवार 29 जुलाई को, क्यूबा के युवाओं के लिए वीडियो संदेश भेजा, जिन्होंने क्राकोव में विश्व युवा दिवस के समारोहों के समय में ही हवाना में आम सभा का आयोजन किया है।
अपने संदेश में संत पापा ने युवाओं को इस पहल के लिए प्रशंसा करते हुए उन्हें अपनी विविधताओं की परवाह किए बिना, एक साथ शामिल होने तथा "आशा के वाहक" और "पुलों के निर्माता" बनने का आग्रह किया।
करीब 1400 क्यूबाई युवा राजधानी हवाना में आयोजित आम युवा सम्मेलन में भाग ले रहे हैं जो आर्थिक कारणों की वजह से पोलैंड में आयोजित विश्व युवा दिवस में शामिल न हो सके। उन्होंने विश्व युवा दिवस की विषय-वस्तु को ही अपनी आमसभा की विषय-वस्तु बनायी है इसके अन्तर्गत धर्म शिक्षा, पवित्र क्रूस रास्ता की धर्मविधि और पवित्र द्वार से प्रवेश करना शामिल है।
संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि यह सम्मेलन उनके लिए मिलन की संस्कृति को बढ़ावा देने, सम्मान, समझौता और आपसी मेल-मिलाप में बढ़ने का अवसर होगा। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे "इस दुनिया की जंजीरों से स्वयं को मुक्त करते हुए" और “किसी से बिना डरे” सुसमाचार का प्रचार करें।
संत पापा ने उन्हें “आशा के वाहक” बनने को कहा जो अपनी क्षमताओं को साकार बनाने का सपना देखते हैं। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि जिसका कोई सपना नहीं है वह पेंशनभोगी वयोवृद्ध की तरह है।
संत पापा ने उनसे कहा कि वे न डरें। बात का बतंगड़ बनाने वाला या तुनकमिज़ाजी न बनें। "आप यह सपना देखें कि आपकी मदद से क्यूबा में परिवर्तन होगा और प्रतिदिन इसमें सुधार होगा।"
आशा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि आशा लोगों को "एक सामाजिक मित्रता," के निर्माण हेतु एक साथ लाता है। संत पापा ने जोर देकर कहा, “यह जरूरी नहीं है यह सब करने के लिए सभी एक जैसा ही सोचें पर यह बहुत जरुरी है कि वे “सपना देखने की चाहत” और “अपने वतन के प्रति प्रेम” को एक दूसरे के साथ साझा करें और अपना हाथ दूसरों की ओर बढ़ाते हुए पुल का निर्माण करें।”
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