2016-07-29 16:51:00

संत पापा ने की बिरकेनाओ नजरबंद शिविर का दौरा


क्राकॉव, शुक्रवार, 29 जुलाई 2016 (वीआर सेदोक): क्राकॉव के नाजी नजरबंद शिविर आऊश्विट्स में प्रार्थना करने के पश्चात् संत पापा फ्राँसिस कार द्वारा तीन किलोमीटर की दूरी तय कर बिरकेनाओ नजरबंद शिविर पहुँचे जो आऊश्विट्स नजरबंद शिविर का ही दूसरा भाग है।

बिरकेनाओ नजरबंद शिविर जिसे आऊश्विट्स द्वितीय भी कहा जाता है यह वही स्थान है जहाँ नाजी सिपाहियों द्वारा बंदी बनाकर लाये गये 1.5 लाख लोगों को गैस कक्ष (चेम्बर) में मार दिया गया था।

29 जुलाई को बिरकेनाओ के ऐतिहासिक स्थल पर करीब 1,000 लोग पहले से एकत्रित थे, उन्होंने ताली बजाकर संत पापा का स्वागत किया।

संत पापा ने मौन रूप से ही उनका अभिवादन स्वीकार करते हुए, प्रार्थनामय वातावरण में नाजी नजरबंद शिविर में मारे गये लोगों की यादगारी में स्थापित 23 शिलालेख स्मारकों को पैदल पार किया। उन्होंने विभिन्न भाषाओं में अंकित प्रत्येक स्मारक के सामने रूककर प्रार्थना की। यह एक ऐसा स्थल है जहाँ 1940 से 1945 ई. के बीच नाजी के सिपाहियों ने यूरोप के विभिन्न देशों के करीब 1.5 लाख स्त्री, पुरूष और बच्चों को मार डाला था जिनमें से अधिकतर लोग यहूदी थे।

संत पापा ने उनके सम्मान में स्मारक की दूसरी छोर पर जलती हुई एक बत्ती अर्पित की।

संत पापा द्वारा स्मारकों के दर्शन के बाद यहूदियों के प्रमुख रब्बी ने स्तोत्र ग्रंथ के 130वें भजन का पाठ किया। स्तोत्र ग्रंथ के पाठ के पश्चात् संत पापा ने ‘राष्ट्रों के बीच धर्मी’ सम्मान से सम्मानित 25 लोगों से मुलाकात की। मुलाकात करने वालों में से कुछ नजरबंद शिविर से बच निकलने वाले लोग थे और कुछ ऐसे लोग भी थे जिन्होंने अपनी जान हथेली पर रखकर नाजी सिपाहियों से यहूदियों की रक्षा की थी।








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