2016-07-29 17:23:00

आऊवशिट्स की यात्रा युवाओं के भविष्य का निर्माण करेगा, फादर मानफ्रेड


क्राकोव, शुक्रवार 29 जुलाई 2016 (वीआर सेदोक) : संत पापा फ्राँसिस के साथ विश्व युवा दिवस में भाग लेने वाले अनेक युवाओं ने शुक्रवार 29 को आऊवशिट्स-बिरकेनाओ नाज़ी नज़रबंदी शिविरों की भेंट की।

नाज़ी नज़रबंदी शिविरों की भेंट से आगंतुकों के अनुभवों का पता लगाने के लिए वाटिकन रेडियो की संवाददाता लिदिया ओकाने ने आऊवशिट्स के वार्ता और प्रार्थना केंद्र के कार्यक्रम प्रबंधक फादर मैनफ्रेड डीसीलेर्स का साक्षात्कार लिया।

फादर ने कहा, उनका पहला अनुभव तो एक सदमा है। बुराई का यह नकारात्मक अनुभव बहुत प्रभावशाली है। पर हमारा कार्य है कि हम उन्हें नकारात्मक अनुभव के साथ तथा उदास मन घर न जाने दें।

फादर मैनफ्रेड की उम्मीद है कि आऊवशिट्स शिविरों की भेंट के बाद आगंतुक मानव जाति की भलाई और ईश्वर की अच्छाई पर शक नहीं करेंगे। हालांकि द्वितीय विश्व युद्ध के नज़रबंदी शिविरों के भीषण निशान को देखने के बाद पहली बार ऐसी भावनाओं का सामना करना मुश्किल होता है।

 फादर की आशा है कि आऊवशिट्स शिविरों में जितने लोग मारे गये हैं वे हमें शिक्षा देते हैं कि एक ऐसी दुनियाँ बनाएँ जहाँ हम एक दूसरे की गरिमा का सम्मान कर सकें।

फादर ने बताया कि आऊवशिट्स शिविरों के उत्पीड़न से बचे एक व्यक्ति ने कुछ जर्मन युवाओं से मुलाकात के पश्चात फादर से कहा, "मैनफ्रेड, यह आश्चर्यजनक नहीं है कि आज हम दोस्त हो सकते हैं?"

फादर मैनफ्रेड ने कहा,"फादर मैक्सीमिलियन कोल्बे मर गये,  वे युद्ध के दौरान मारे गये थे। आज वे एक संत हैं क्योंकि उनका प्यार नहीं मारा गया था। अतः हमारा कर्तव्य है कि हम नफरत से भरी परिस्थिति में भी प्रेम करना न छोड़ें।"








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