2016-07-28 12:49:00

सन्त पापा ने की पोलैण्ड के धर्माध्यक्षों से मुलाकात, बालकनी से युवाओं को दिया आशीर्वाद


क्रेकाव, पोलैण्ड, 28 जुलाई सन् 2016 (सेदोक): पोलैण्ड के राजनीतिज्ञों से मुलाकात के उपरान्त सन्त पापा फ्राँसिस ने  क्रेकाव के सन्त स्तानिसलाव एवं वेन्चेस्लाव को समर्पित महागिरजाघर में राष्ट्र के धर्माध्यक्षों से मुलाकात की। लगभग 1000 वर्षों पूर्व इस महागिरजाघर का निर्माण किया था जबकि आज दिखनेवाला गौथिक वास्तुकला में निर्मित महागिरजाघर 14 वीं शताब्दी से अस्तित्व में है। इस महागिरजाघर के तलघर में ही सन् 1946 ई. में सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय ने अपने पुरोहिताभिषेक के बाद पहली बार ख्रीस्तयाग अर्पित किया था तथा सन् 1964 ई. में इसी महागिरजाघर में उनका धर्माध्यक्षीय अभिषेक सम्पन्न हुआ था।

वावेल के महागिरजाघर में क्रेकाव के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल स्तानिस्लाव डीविट्स ने पोलैण्ड के लगभग 130 धर्माध्यक्षों के बीच सन्त पापा का हार्दिक स्वागत किया। सन्त पापा ने कुछ क्षण मौन रहकर सन्त स्तानिसलाव की समाधि पर प्रार्थना की जहाँ सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय के पवित्र अवशेषों को भी रखा गया है।

वाटिकन प्रवक्ता फादर लोमबारदी ने बताया कि पहले से तैयार प्रवचन धर्माध्यक्षों को अर्पित कर दिया गया तथा सन्त पापा ने इस अवसर पर धर्माध्यक्षों से सहज विचारों का आदान प्रदान किया। इस अवसर पर सन्त पापा ने धर्माध्यक्षों से अनुरोध किया कि वे ईश करुणा को ध्यान में रखते हुए लोगों के समीप जायें तथा इस अस्त-व्यस्त विश्व में भलाई की ओर उन्हें अग्रसर करें।

बुधवार सन्ध्या क्रेकाव के महाधर्माध्यक्षीय निवास के झरोखे के नीचे सैकड़ों युवा घण्टों सन्त पापा फ्राँसिस की एक झलक पाने के लिये आतुरता से प्रतीक्षा करते रहे। भक्ति गीतों, लोकनृत्यों तथा जयनारे लगाकर इन युवाओं ने अपना लम्बा प्रतीक्षाकाल व्यतीत किया। देर सन्ध्या सन्त पापा झरोखे के बाहर प्रकट हुए तथा हर्षोल्लास से परिपूर्ण युवाओं को उन्होंने अपना आशीर्वाद दिया। विनोदवश सन्त पापा ने उनसे यह भी कहा, "आप में कई सोच रहे होंगे कि सन्त पापा ने हमारी सारी शाम ख़राब कर दी और यह सच भी है किन्तु हमारी रुचि अच्छी बातों के प्रति होनी चाहिये, हम सदैव भले कर्मों के प्रति आकर्षित रहें हालांकि जीवन में हमें बुराई का भी सामना करना पड़ता है। "प्रिय युवाओ, जीवन ऐसा ही है, यही जीवन है।" 

गुरुवार 28 जुलाई को क्रेकाव में येसु के अर्पण को समर्पित धर्मसंघ की धर्मबहनों से मुलाकात के उपरान्त सन्त पापा फ्राँसिस ने क्रेकाव के अस्पताल में पोलैण्ड के पूर्व काथलिक धर्मधिपति कार्डिनल फ्राँसिस मचार्स्की की भेंट की जो गम्भीर रूप से बीमार हैं। कारोल वोईतीवा यानि सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय के बाद कार्डिनल मचार्स्की ही क्रेकाव के महाधर्माध्यक्ष थे। पोलैण्ड में साम्यवादी काल की कठिन घड़ियों में वे ही काथलिक कलीसिया की एकमात्र आवाज़ बने थे और काथलिक धर्मानुयायियों में साहस एवं आशा का संचार करते रहे थे।








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