2016-07-15 16:58:00

भेन्तीमिलीया में फँसे प्रवासियों के अधिकार हेतु कारितास की अपील


वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 15 जुलाई 2016 (सेदोक) कारितास यूरोप और इसके सहयोगियों ने फ्राँस और इटली की सरकार से आग्रह किया है कि वे इटली की सीमा रेखा शहर भेन्तीमिलीया में फॅंसे प्रवासियों के मानव सम्मान और मानव अधिकारों की रक्षा हेतु पहल करें।

कारितास के अनुसार हज़ारों की संख्या में प्रवासी जिन्हें फाँस की सीमा रेखा पुलिस ने देश में प्रवेश से रोक लगाने के बाद वे भेन्तीमिलीया के शहर में एक दयनीय स्थिति में अपनी जिन्दगी बिताने को विवश हैं। उत्तरी यूरोप में प्रवासियो के खुले रुप से आवागमन की रोक पर दोनों पड़ोसी देशों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई  है।

कारितास यूरोप की नीति और अधिवक्ता सलाहकारिणी मैरी तेम्पेस्ता ने कहा कि प्रवासियों को खुले आसमान के नीचे सोना पड़ रहा हैं जिसमें गर्भवती महिलाएँ, नवजात शिशु और बच्चे शामिल हैं। कुछ सौभाग्यशालियों को स्थानीय काथलीक कलीसिया की ओर से सुरक्षित स्थान मुहैया कराया गया है लेकिन अधिकांश लोगों को जरूरत की चीजें देनी बाकी हैं। उन्होंने बतलाया कि अधिकतर प्रवासी सूडान, इरिट्रिया और एथोपिया के हैं कुछ शरणार्थी सीरिया के भी हैं जो शरण की तलाश में हैं। उन्होंने यह भी बतलाया कि किस तरह कारितास के सहयोगी उन्हें जरूरत और स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक चीजें अल्प मात्रा में ही सही उपलब्ध कराने की कोशिश में लगे हुए हैं।

प्रवासी संबंधी समस्याओं के निदान पर पूछे गये सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि हमें मुख्य रूप से संवेदनशील प्रवासियों के प्रति एकजुटता के भाव अपनाने की जरूरत है। 








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