2016-07-14 17:35:00

कंधमाल शहीदों पर पहली डोक्यूमेंटरी फिल्म केरल में जारी


तिरुवनंतपुरम, बृहस्पतिवार 14 जुलाई 2016 (एशियान्यूज़): उड़ीसा के कंधमाल में ख्रीस्तीय शहीदों के अत्याचार पर बनी पहली डॉक्यीमेडरी फिल्म का विमोचन केरल में हो गया है जिसे तीन सिलेमाघरों में दिखाया जाएगा।

वर्ष 2008 में कंधमाल में हिंसक आक्रमण से बचे लोगों के बीच कार्यरत फादर अजय कुमार सिंह ने मैटर इंडिया को जानकारी देते हुए कहा कि फिल्म न केवल लोगों की पीड़ा को दर्शाता करता है बल्कि उनकी यात्रा तथा न्याय के लिए संघर्ष पर भी प्रकाश डालता है।

फिल्म का शीर्षक है, ″खंडहर से आवाज - न्याय की तलाश में कंधमाल″। फिल्म का निर्देशन के. पी. सासी ने किया है जो 90 मिनटों का है तथा जिसे केरल के विभिन्न शहरों में 17 से 19 जुलाई तक दिखाया जाएगा।

फादर सिंह ने इस फिल्म के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह उड़ीसा के ख्रीस्तीयों के विरूद्ध हिंसा के कारण एवं उद्गम को जानने में मदद करेगा।

विदित हो कि कंधमाल वह जिला है जहां अगस्त 2008 में भारत के ईसाई समुदाय के खिलाफ सबसे जघन्य हिंसा हुई थी। 

हिंसा की शुरूआत 2008 में हिन्दू नेता स्वामी लक्ष्मीनन्द सरस्वती की हत्या से हुई जिसका इल्जाम ख्रीस्तीयों पर मढ़ा गया तथा उन सभी लोगों को बहुत अधिक प्रताड़ित किया गया जिन्होंने हिन्दू धर्म स्वीकार करने से इन्कार किया था।

अधिकारिक आँकड़े अनुसार इस घटना में 100 लोगों को मार डाला गया, 350 गिरजाघरों को नष्ट किया गया तथा 56 हज़ार लोगों को अपना घर छोड़कर विस्थापित होना पड़ा। उन्होंने अपनी जान बचाने हेतु जंगलों में शरण ली जहाँ उन्हें भूख, प्यास और हर चीज का अभाव झेलना पड़ा। करीब 6,500 मकानों को ढ़ाह दिया गया एवं एक धर्मबहन सहित 40 महिलाओं के साथ बलत्कार किया गया।

हिंसा के शिकार अधिकतर लोग दलित और आदिवासी समुदाय के हैं जो अब भी न्याय का इंतजार कर रहे हैं। 








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