2016-07-05 11:22:00

सिरिया में शांति हेतु सन्त पापा फ्राँसिस का विडियो सन्देश


वाटिकन सिटी, मंगलवार, 5 जुलाई 2016 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने विगत पाँच वर्षों से जारी सिरियाई युद्ध पर गहन चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा है कि इसका सर्वाधिक दुष्परिणाम निर्दोष नागरिकों को भोगना पड़ रहा है जो अपने घरों से पलायन कर अन्यत्र शरण लेने के लिये बाध्य हैं। 

विश्वव्यापी काथलिक उदारता संगठन कारितास द्वारा सिरिया की मदद के लिये आरम्भ अभियान से जुड़ते हुए सन्त पापा ने मंगलवार को एक विडियो सन्देश जारी कर सिरिया के लोगों और, विशेष रूप से, वहाँ के ख्रीस्तानुयायियों के प्रति एकात्मता का प्रदर्शन किया।

विडियो सन्देश में सन्त पापा ने चिन्ता व्यक्त की कि एक ओर सिरियाई लोग अपार कष्ट भोग रहे हैं और दूसरी ओर, "लड़ाकाओं को हथियरों से लैस करने के लिये अपार धन का अपव्यय किया जा रहा है। विडम्बना तो यह कि कुछेक राष्ट्र जो हथियार बेच रहे हैं वे ही शांति की भी बात कर रहे हैं।" उन्होंने प्रश्न किया, "जो लोग दाहिने हाथ से आपको सहलाये और बाँयें हाथ से प्रहार करें उनपर कैसे विश्वास किया जा सकता है?    

विश्व के समस्त काथलिकों को सन्त पापा ने प्रोत्साहन दिया कि वे करुणा की जयन्ती को उचित रूप से मनाते हुए साहसपूर्वक यह उदघोषणा करें कि सिरिया में शांति सम्भव है। उन्होंने कहा कि प्रभु येसु मसीह ने हमें शांति, एकता और आशा का वरदान दिया है जिसे हासिल करने के लिये हम ईश वचन पर मनन-चिन्तन करें।

सिरिया में शांति लाने का प्रयास करनेवालों का आह्वान कर सन्त पापा ने कहा, "शांति वार्ताओं में संलग्न व्यक्ति समझौतों की गम्भीरता को समझें तथा नागरिकों को मानवतावादी सहायता उपलब्ध कराने का हर सम्भव प्रयास करें। सशस्त्र संघर्ष की निर्रथकता को स्पष्ट करते हुए सन्त पापा ने कहा, "प्रत्येक व्यक्ति को यह मानना होगा कि सिरिया के लिये कोई सैन्य समाधान सम्भव नहीं है केवल राजनैतिक समाधान से शांति हासिल की जा सकेगी। अन्तरराष्ट्रीय समुदाय को भी, इसीलिये, उन शांति वार्ताओं को समर्थन देना होगा जो राष्ट्रीय एकता वाली सरकार के गठन की ओर अग्रसर है।"








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