2016-07-01 15:23:00

बिहार में काथलिक स्कूलों के लिए चिंता का विषय शिक्षा में घोटाला


पटना, शुक्रवार, 1 जुलाई 2016 (ऊकान): काथलिक शिक्षाविदों का कहना है कि बिहार के शीर्ष सरकारी अधिकारियों का अंतिम परीक्षा में घोटाले के आरोपी के रूप में पाया जाना, छात्रों और शिक्षकों के मनोबल पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है।

राज्य में जेसुईट शिक्षा विभाग के समन्वयक फादर नोरबर्ट मेनेजेस ने कहा, ″यह राज्य में हो रहे बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का चिन्ह है जो सालों से होता आया है।″

भ्रष्टाचार की ताज़ी घटना उस समय प्रकाश में आयी जब मीडिया ने दो अयोग्य विद्याथियों का रिपोर्ट प्रस्तुत किया जिन्हें बिहार स्कूल परीक्षा बॉर्ड द्वारा सार्वजनिक परीक्षा में अव्वल मान कर पुरस्कृत किया गया था। परिणाम मई महीने में प्रकाशित किया गया था।

समाचार के प्रकाश में आते ही पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया उनमें से एक स्कूल के प्रधानाध्यापक थे और दूसरे बॉर्ड के पूर्व अध्यक्ष। उन दोनों पर छात्रों के परिणामों में हेर-फेर करने का आरोप है। पुलिस यह छान-बीन कर रही है कि इस मामले में और कितने लोग शामिल हैं।

पटना महाधर्मप्रांतीय शिक्षा समन्वयक फा. जोसेफ राज ने कहा, ″मेधावी छात्रों को न्याय से वंचित किया जा रहा है जबकि भ्रष्ट और अनैतिक अभ्यासों के द्वारा दूसरे अधिक लाभांवित हो रहे हैं। कई विद्यार्थी अब पूछने लगे हैं कि हमें क्योंकि कठिन परिश्रम करना है।″

परीक्षा में नकल करने की खबर राज्य में प्रतिदिन सुनाई पड़ती है। मीडिया ने गत वर्ष विद्यार्थियों के अभिभावकों द्वारा स्कूल की दीवारों पर चढ़कर नकल करने में उनकी मदद करने की तस्वीर दिखाई थी। तब से बिहार सरकार ने नकल पर नियंत्रण करने हेतु जुर्माना एवं जेल भेजे जाने जैसे उपायों को लागू करने का प्रयास किया है।

बिहार में करीब 104 मिलियन लोग अपर्याप्त शिक्षा के बुनियादी ढांचे से परेशान हैं जो विद्यार्थियों को सही शिक्षा देने में असमर्थ है। बिहार सरकार ने स्वीकार किया है कि 2011-12 में करीब 85 प्रतिशत विद्यार्थी प्राथमिक कक्षाओं के बाद स्कूल जाना छोड़ दिये थे।

इसके विपरीत, चर्च द्वारा संचालित स्कूलों में अनुशासन और शिक्षा की गुणवत्ता है। राज्य में काथलिकों द्वारा संचालित 24 कॉलेज, 85 उच्च विद्यालय तथा 44 प्राथमिक स्कूल हैं जहाँ हज़ारों विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं जिनमें से अधिक संख्या हिन्दू और मुसलमानों की है।








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