2016-06-28 16:42:00

मरिया करुणा का सबसे बड़ा आधार और मार्गदर्शक है, कार्डिनल ग्रेसियस ओसवाल्ड


मुंबई, मंगलवार, 28 जून 2016 (एशिया समाचार) : "माँ मरिया की दया पाने के लिए न तो प्रतिबंध है और न ही बाधाएँ। “माता मरिया सदा सहायिका” के पास हर धर्म के लोग प्रार्थना करने और उनका आशीर्वाद ग्रहण करने आते हैं। मरिया हर एक व्यक्ति की माँ है।” उक्त बातें मुंबई के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल ओसवाल्ड ग्रेसियस ने सोमवार 27 जून को संत माइकेल (माहिम) पल्ली में “माता मरिया सदा सहायिका” के पर्व के अवसर पर ख्रीस्तयाग समारोह के दौरान कही।

हजारों की संख्या में विश्वासियों ने ख्रीस्तयाग समारोह में भाग लिया। अपने प्रवचन में कार्डिनल ओसवाल्ड ने कहा कि ईश्वर का करुणामय प्रेम, येसु ख्रीस्त और उनकी माता मरियम में परिलक्षित होता है। मरिया करुणा का सबसे बड़ा आधार और मार्गदर्शक हैं।

जिस समय से ईश्वर ने उसे अपने बेटे की माँ बनने के लिए चुना, मरिया के जीवन दया से परिपूर्ण हो गया। दूत का संदेश पाकर वे बिना देर अपनी कुटुम्बनी एलिजबेद की मदद के लिए चल पड़ी। मरिया आज भी मनुष्यों को ईश्वर के शुभ संदेश अर्थात येसु की ओर वापस लौटने में मदद करती है जिससे वे दूसरों की सेवा, मदद और प्रेम कर सकें।

संत पापा पियुस नवें ने 1866 में “माता मरिया सदा सहायिका” की तस्वीर को मुक्तिदाता को समर्पित धर्मसमाज के पुरोहितों को उपहार दिया था। 27 जून की रात को कार्डिनल ग्रेसियस चेंबूर (मुंबई) में मुक्तिदाता को समर्पित धर्मसमाज के पुरोहितों के साथ “माता मरिया सदा सहायिका” की पवित्र तस्वीर के उपहार पाने के 150 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में ख्रीस्तयाग अर्पित किया।

माहिम का संत मिखाएल का गिरजाघर भारत के प्रतिष्ठित मरियम तीर्थालयों में से एक है जहाँ हजारों की संख्या में विश्वासीगण माता मरियम का दर्शन करने आते हैं।








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