2016-06-27 17:07:00

शांति और मेल-मिलाप हेतु संत पापा की अर्मीनिया प्रेरितिक यात्रा, लोम्बारदी


वाटिकन सिटी, सोमवार, 27 जून 2016 (सेदोक) वाटिकन प्रेस प्रवक्ता फा. फेदरिको लोम्बारदी ने तुर्की के इस आरोप को खारिज किया है कि संत पापा ने “नरसंहार” शब्द का उपयोग करते हुए 01 लाख 50 हजार अर्मीनियाई लोगों के कत्ल को धर्मयुद्ध का रूप कहा।

संत पापा द्वारा आर्मीनिया में कत्लेआम के लिए “नरसंहार”  शब्द का प्रयोग करने पर तूर्की के उप- प्रधान मंत्री न्युरेत्तीन कानीकली असंतुष्ट नजर आये। उन्होंने वास्तव में तुर्की नरसंहार शब्द का खण्डन करते हुए इतिहासकारों के द्वारा 1.5 लाख लोगों के मारे जाने के हवाले को एक अनुमानित आकड़ा बतलाया क्योंकि प्रथम विश्व युद्ध के दौरान ओटोमन साम्राज्य के पतन पर दोनों पक्ष के लोग मारे गये थे। न्युरेत्तीन कानीकली ने संत पापा की टिप्पणी को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बतलाते हुए कहा कि वे उसे धर्मयुद्ध की नजर से देखते हैं। 

कानीकली की बातों पर टिप्पणी करते हुए वाटिकन प्रेस के प्रवक्ता फा. फेदेरिको लोम्बरदी ने कहा कि संत पापा के लिखित संबोधन या उनके कामों में धर्मयुद्ध जैसे कोई विचार नहीं हैं। उन्होंने कहा, “यह उनकी विचार वार्ता के प्ररूप को दिखलाती है जिसके द्वारा वे शांति की स्थापना और सेतु का निर्माण करना चाहते हैं न कि दीवार खड़ा करना।”  उन्होंने इस बात को स्पष्ट करते हुए कहा, “संत पापा ने इस घटना को धर्मयुद्ध नहीं कहा है और न ही उन्होंने तुर्की के लोगों के विरुद्ध कुछ कहा है।”   
उन्होंने कहा कि संत पापा कि त्रिदिवसीय आर्थोडोक्स देश की यात्रा का मुख्य उद्देश्य अर्मीनिया की पूर्वी आर्थोडोक्स कलीसिया के साथ शांति और मेल-मिलाप स्थापित करना था।








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