2016-06-16 17:58:00

16 जून, अफ्रीकी बाल दिवस


वाटिकन सिटी, 16 जून, बृहस्पतिवार, 2016 (सेदोक) अफ्रीका महाद्वीप ने 16 जून को “युद्ध और संकट में अफ्रीकी बच्चों के अधिकारों की रक्षा” विषयवस्तु पर अफ्रीकी बाल दिवस माना।

अफ्रीकी समिति के विशेषज्ञों द्वारा बाल कल्याण और अधिकार विषय पर अफ्रीकी संघ ने अफ्रीका महादेश में शस्त्र युद्ध का बच्चों पर प्रभाव विषय पर एक अध्ययन जारी करने की घोषण की है जिससे बाल सुरक्षा कार्यक्रमों का मूल्यांकन किया जा सके। अफ्रीकी बच्चों हेतु बाल दिवस मनाते हुए महादेश की सरकारों ने बच्चों के अधिकारों की रक्षा पर बल दिया है। इसके परिणाम स्वरूप अफ्रीकी संघ ने जीवन सुरक्षा को बढ़ावा और अफ्रीका के बच्चों का कल्याण को एक वार्षिक विषयवस्तु के रूप में चुना है।

किसी भी समाज के अति संवेदनशील अंग बच्चों को युद्दों में सबसे अधिक कष्ट का सामना करना पड़ा है और वे विभिन्न तरह के नकारात्मक भावनाओं के शिकार होते हैं।

ज्ञात हो कि 16 जून को अफ्रीकी बाल दिवस मानने की प्रथा 1976 के सोवेत विद्रोह और नरसंहार पर आधारित है। उस दिन दक्षिणी अफ्रीका के रंगभेद शिक्षा परिणाम का विरोध कर रहे निहत्थे प्रदर्शनकारी छात्रों पर दक्षिण अफ्रीका की रंगभेदी पुलिस ने गोलियाँ चलाई थीं।

इस साल अफ्रीकी संघ ने देशों के अन्तराष्ट्रीय मानव अधिकार कार्यक्रमों की पुष्टि और उनके कार्यान्वयन को प्रोत्साहन दे रही है जिससे बच्चों के अधिकारों की रक्षा और राष्ट्रीय स्तर पर उनका संचालन और विवरण दिया जा सके। यह विशेष रूप से, बच्चों के प्रति जो छः गंभीर उल्लंघनों के शिकार होते हैं। जैसे कि अपंग बच्चों की हत्या, सैनिकों के रूप में बच्चों का उपयोग, बच्चों के खिलाफ यौन हिंसा, स्कूलों या अस्पतालों में बच्चों के खिलाफ हमले, मानवीय सुविधाओं से बेदखल, बच्चों का अपहरण आदि।

अफ्रीकी बाल दिवस अफ्रीका के देशों में बाल अधिकारों की सुरक्षा के अवसरों और इसके निर्वाहन में हो रहे अड़चनों के समाधान में प्रयासरत है।

 








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