2016-06-15 16:58:00

कर्नाटक, दुर्घटना में मारी गई युवा काथलिक का नेत्र दान


मैंगलोर, बुधवार 15 जून 2016 (एशिया समाचार) : एक काथलिक परिवार ने दुर्घटना में मारी गई अपनी  22 वर्षीय बेटी श्वेता की आंखों को दान करने का फैसला किया है जिससे एक अन्य व्यक्ति को दृष्टि मिल सके।

12 जून को श्वेता डिसुजा का बैंगलोर में साईकिल चलाते वक्त दुर्घटना हो गई थी तथा दूसरे दिन अस्पताल में उसकी मृत्यु हो गई।

श्वेता के माता-पिता ने एशिया समाचार को बताया कि बेटी की आंखें दान करने की पूर्व योजना नहीं थी। उनकी सबसे छोटी बेटी किरण  ने ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित किया।

श्वेता की छोटी बहन किरण ने मां से कहा, "कृपया, श्वेता की  आँखें किसी और को दे दीजिए, इस तरह से वह उस व्यक्ति के माध्यम से दुनिया देख सकेगी।" उसकी बात सुनकर श्वेत के माता पिता ने आँखें दान करने का निर्णय लिया।

मैंगलोर स्थित सेंट जोसेफ गिरजा के फादर सिप्रियन पिंटो ने कहा कि डिसूजा परिवार एक विश्वासी काथलिक परिवार है। माता-पिता ने बेटी को खोने के गहरे दु:ख के बावजूद एक साहसिक कदम उठाया है।  दया के इस वर्ष में, यह दया का एक बड़ा काम है।








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