2016-06-11 17:26:00

पर्यावरण के नुकसान पर पश्चाताप एवं नई शुरूआत हेतु अपील


जकार्ता, शनिवार, 11 जून 2016 (एशियान्यूज़): युवा पीढ़ी की शिक्षा द्वारा पारिस्थितिक चुनौती से संघर्ष किया जा सकता है। हमें प्रकृति से प्रेम और उसका सम्मान करने सीखना चाहिए। उक्त बात जकार्ता के महाधर्माध्यक्ष इग्नासियुस सुहारियो ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर नई योजना का उद्घाटन करते हुए कही।

जकार्ता महाधर्मप्रांत के 67 पल्लियों में खासकर युवाओं द्वारा हरित कार्यक्रम की पहल की गयी है।

महाधर्माध्यक्ष सुहारयो ने अपने एक प्रेरितिक पत्र में लिखा है कि इंडोनेशिया की कलीसिया देश के लिए एक बढ़ता खतरा, प्रदूषण को कम करने हेतु बहुत अधिक सक्रिय है। उन्होंने पत्र में पर्यावरण से समझौता करने की अपील करते हुए प्लास्टिक के प्रयोग को कम करने की सलाह दी है।

‘पर्यावरण समझौता’ परियोजना के लिए महाधर्मप्रांत ने पल्लीवासियों को स्थानीय उद्यमियों तथा व्यवसायों का समर्थन एवं सहयोग करने की सलाह दी है।

महाधर्माध्यक्ष ने विश्वासियों को वस्तुओं के पुनःप्रयोग हेतु प्रोत्साहन दिया है तथा कहा है कि इसे युवा प्रेरिताई के साथ जोड़ा जाए ताकि बच्चों को नये पौधे लगाने के द्वारा प्रकृति के साथ संबंध बनाने की शिक्षा दी जा सकेगी।

फादर बीनावान ने कहा कि नये पौधे ऑक्सिजन एवं जीवाश्म कार्बन के उत्पादन में सहायक होंगे जो प्रदूषण को कम करेगा।








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